भिलाई इस्पात संयंत्र को वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान हर माह एक लाख टन रेलपांत की सप्लाई करना है। ब्लास्ट फर्नेस में तकनीकि दिक्कत आने की वजह से इस टारगेट को पूरा करने में बीएसपी पिछड़ रहा है। बीएसपी के ब्लास्ट फर्नेस-8 की क्षमता हर दिन करीब 8000 टन हॉट मेटल उत्पादन करने की है। जिससे वर्तमान में 5,000 टन तक हॉट मेटल का उत्पादन किया जा रहा है।
भारतीय रेल को रेलपांत सप्लाई करने का काम निजी कंपनी के हाथ में जाने से, बीएसपी के सामने चुनौती बढ़ गई है। यूआरएम व पुराने रेल मिल के सहारे बीएसपी अगस्त से रेलपांत उत्पादन के टारगेट को पूरा करने की तैयारी कर रहा है।
इसके पहले केंद्र सरकार ने ईरान से मिले रेलपांत के आर्डर को भी ईरान को सौंप दिया था। इसके पीछे वजह सेल के पास भारतीय रेल से अधिक उत्पादन का दबाव होना बताया जा रहा है। जेएसपीसीएल समेत अन्य निजी कंपनी लगातार प्रयास कर रही है कि रेलवे से मिलने वाले आर्डर में उनको भी हिस्सा मिले, जिससे उनके हाथ भी भारतीय रेल को रेलपांत की सप्लाई का अनुभव आए।