दशहरा पर हर साल मुख्यमंत्री भूपेश अपने पैतृक गांव आते हैं। पिछले साल जब वे गांव आए थे तब उनके बचपन के दोस्त नारायण निषाद ने कहा था कि अब तो तुम मुख्यमंत्री बन गए हो, बड़े-बड़े हेलीकॉप्टर में घूमते हो। कभी समय मिले तो मुझे भी अपना हेलीकॉप्टर दिखा देना। मुख्यमंत्री जब इस बार दशहरा में गांव पहुंचे तो उन्हें अपने दोस्त नारायण निषाद की बात याद आई। उन्होंने नारायण से छत्तीसगढ़ी में कहा- चल तोला आज हेलीकॉप्टर में घुमाहूं। कुछ देर ग्रामीणों से बातचीत के बाद सीएम बघेल अपने दोस्त को साथ लेकर दुर्ग के हेलीपैड पहुंचे। फिर दोनों रायपुर आ गए।
मुख्यमंत्री बघेल ने बचपन के दोस्त को देखते ही पूछा की नारायण तुम्हें नजर का चश्मा कब से लग गया। गांव की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए मुख्यमंत्री ने लिखा कि गांव में पुराने दोस्तों से बातचीत करने का अवसर मिला। बचपन की यादें ताजा हो गईं। बचपन के दिनों में अपने इन्हीं साथियों के साथ गलियों में घूमा करता था। आज दशहरा के दिन वही यादें फिर से ताजा हो गई। पैतृक गांव में पूजा के बाद सीएम बघेल दुर्ग और रायपुर के अलग-अलग दशहरा उत्सव में शामिल हुए।