मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि सर्वे के लिए उन्होंने रुट मैप तैयार किया है। सर्वे उसी क्षेेेत्र में किया जा रहा है जहां पर प्रवासी आकर रुके हुए है। जहां से सैंपल कलेक्ट किया जा रहा है उस घर पर विशेष फोकस है। सैंपल कलेक्ट की सूचना मिलते ही कोरोना टीम के सदस्य उस क्षेत्र का सर्वे तीन स्तर पर करते है। 14-14 दिनों के अंतराल में सर्वे कराया जा रहा है। ताकि किसी तरह का लक्ष्ण आने पर तत्काल सैंपल लिया जा सके। अधिकारियों का कहना है कि एक पॉजिटिव मिलने के बाद अब तक दूसरा कोई केस नहीं मिला है।
अगर आपके घर के आसपास कोई प्रवास से आकर बिना सूचना रह रहा है और प्रशासन को सूचित नहीं किया है तो आप उसकी जानकारी जिम्मेदार नगारिक बन प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को दें। साथ ही कोरोना के लक्ष्ण होने पर जिला अस्पताल के ओपीडी में जांच कराए। कोरोना ओपीडी में मौसमी बीमारी होने पर दवा दी जा रही है। वहीं कोरोना के संभावित मरीज होने पर अलग से काउंसलिंग की जा रही है।
प्लान जिस पर स्वास्थ्य विभाग का फोकस
एक-नए निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग ऐसे व्यक्तियों का सैंपल ले रहा है जो 1 मार्च के बाद विदेश प्रवास से पहुंचे थे। अधिकारियों का कहना है कि कोरोना का लक्ष्ण हो अथवा न हो सैंपल लेना अनिवार्य किया गया है। इस सूची में 278 लोगों का नाम है। खास बात यह कि लंदन और अमेरिका से आए हुए व्यक्तियों को अधिक फोकस किया जा रहा है।
सैंपल कलेक्शन के लिए टीम -8
होमआईसोलेशन चेक करने टीम-17
सर्वे के लिए टीम-60
ब्लाक स्तर पर सर्वे टीम-304 टीम
संभावित मरीजों के घर के आसपास नए संभावित खोजने टीम-28 मंगलवार को सैंपल लिया-64
अब तक कुल सैंपल-430
निगेटिव-307
होम आईसोलेशन-258
28 दिनों का आईसोलेशन कम्पलीट-101