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भिलाई

बीएसपी में आया 500 सिम, इंटक ने दूसरी यूनियन पर किया हमला

भिलाई स्टील प्लांट में मोबाइल सिम आते ही यूनियन नेताओं के मध्य तल्खी बढ़ी है। नेता सिम के सहारे एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं।

भिलाईMay 17, 2018 / 08:54 pm

Abdul Salam

BHILAI

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भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन अपने ५०० कर्मियों को मोबाइल सिम बांटने की तैयारी कर रहा है। इधर इंटक ने दावा किया है कि यह सुविधा उसके प्रयास से शुरू हुई है। यूनियन ने गुरुवार को बैठक कर इसके लिए प्रबंधन के फैसले का स्वागत भी किया है। वहीं प्रबंधन से यह मांग किया है कि सभी कर्मियों को सिम दिया जाए।
बैठक में महासचिव एसके बघेल ने यूनियन के कार्यकारिणी सदस्यों से कहा कि इंटक ने 3 एम के तहत मोटर, मोबाइल व मकान की मांग प्रबंधन से पिछले कई वर्षों से कर रही थी। एनजेसीएस की बैठक में इसके लिए प्रबंधन पर दबाव बना रही थी। इसी का परिणाम है कि कर्मियों के लिए कार एलाउंस व मोबाइल सिम की शुरूआत हुई।
सिम का कोटा बढ़ाने की मांग
प्रबंधन अब तक 1575 सिम कर्मियों को एलाट किया था। एक्सपांशन यूनिट में कार्यरत कर्मियों को सिम देने प्रबंधन रिटायर हो रहे कर्मियों का सिम उस विभाग के कर्मियों को नहीं दे रहा था। इसके लिए इंटक ने प्रबंधन के समक्ष विरोध करते हुए एक्सपांशन यूनिट को देखते हुए तत्काल सिम कोटा बढ़ाने की मांग रखी। प्रबंधन का निर्णय सराहनीय है, लेकिन इंटक का प्रयास है कि सभी कर्मियों को मोबाइल सिम दिलाया जाए।
सीपीएफ का करोड़ों डुबाने वाले नहीं हैै खुश
इंटक के उपसचिव एस रवि ने कहा कि भिलाई के कर्मियों के सीपीएफ ट्रस्ट का 100 करोड़ डुबाने वाले यूनियन नेता को प्रबंधन के ऐसे सकारात्मक निर्णय से खुशी नहीं होती। परिवाद से यूनियन चलाने वाले व कर्मियों को गुमराह करने वाले यूनियन नेता को भिलाई के कर्मचारी किनारे लगा देंगे। इस मौके पर पीजूशकर, शोभा भल्ला, एनएस बंछोर, राजेंद्र पिल्ले, चंद्रशेखर सिंह, पीवी राव, संजय साहू, बीवी सिंह मौजूद थे।
कर्मियों को भी मिले मोबाइल के लिए रुपए
इस्पात श्रमिक मंच के अध्यक्ष भावसिंह सोनवानी ने कहा है कि एस-11 ग्रेड के कर्मियों को पहले सिम दिया जाना चाहिए। बीएसपी में अधिकारियों व कर्मियों के मध्य बेहतर कम्युनिकेशन बना रहे, इसको ध्यान में रखते हुए कंपनी सिम दिया जाता है। अधिकारियों को जहां सिम के साथ-साथ मोबाइल खरीदने रकम दी जाती है, वहीं कर्मियों के मामले में यूनियन ने अपना पक्ष साफ नहीं किया। जिसके कारण कर्मियों को सिर्फ सिम ही दिया जाता है।
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