बैठक में महापौर परिषद की बैठक का बहिष्कार करने वाले पार्षद केशव बंछोर और नरेश कोठारी शामिल हुए। इसके अलावा कांग्रेस पार्षद राजेन्द्र रजक,चंद्रभान ठाकुर, मोनिका चंद्राकर, ममता बाग, गोविंद चर्तुवेदी शामिल हुए।
– चुनाव में दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के लोगों को चुनाव लडऩे का मौका मिलेगा। महापौर रिसाली क्षेत्र से बनेगा।
– डुंडेरा, जोरातराई और नेवई के लोगों को आयुक्त से मिलने के लिए 15 किलोमीटर की दूरी तय नहीं करना पड़ेगी।
– भिलाई निगम प्रशासन को रिसाली क्षेत्र की जिम्मेदारी से मुक्ति मिलेगी। प्रशासनिक दायरा कम हो जाएगा। क्षेत्रफल बड़ा होने की वजह से मॉनिटरिंग करने में दिक्कत होती है। क्षेत्रफल छोटा होने पर विकास कार्य पर फोकस करेंगे।
– राजस्व कम मिलेगा। बीएसपी, बीआरपी और एनएसपीसीएल प्लांट रिसाली निगम में चला जाएगा। इससे भिलाई निगम के आय के स्रोत कम हो जाएंग
निगम के विभाजन से बीएसपी के नगर सेवाएं विभाग के अधिकारियों की परेशानी बढ़ जाएगी। दो नगर पालिक निगम प्रशासन से पत्र व्यवहार करना पड़ेगा। टाउनशिप का आधे से अधिक हिस्सा भिलाई निगम क्षेत्र में आएगा। मरोदा, रिसाली और रुआबांधा सेक्टर रिसाली निगम में चला जाएगा।