महिला प्राध्यापक की इस गलती के लिए कॉलेज प्रशासन ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। कॉलेज ने इस मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की थी, जिसमें गवर्निंग बॉडी ने उन्हें दोषी पाया। कॉलेज प्रशासन ने बताया कि फिलहाल उन्हें अगले आदेश तक के लिए एचओडी के पद से हटाया गया है। वह दुर्ग विवि की कमेटियों में भी हैं, इसलिए इसकी जानकारी विवि को भी दी गई है।