scriptभोपाल लैब में अटकी भीलवाड़ा बर्ड फ्लू की रिपोर्ट | Bhilwara bird flu report stuck in Bhopal lab | Patrika News
भीलवाड़ा

भोपाल लैब में अटकी भीलवाड़ा बर्ड फ्लू की रिपोर्ट

भीलवाड़ा जिले में कौओं की मौत की घटना के बाद बर्ड फ्लू से मौत की आशंका में दो स्थानों से भोपाल लैब भेजे गए मृत कौओं की जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आ सकी है, वहीं जिले में सोमवार को कुछेक कौओं की मौत की घटना सामने आई है। अधिकारियों के अनुसार भोपाल में देश के कई हिस्सों से जांच के लिए सेम्पल आने से जल्दी रिपोर्ट मिलने की संभावना कम है। Bhilwara bird flu report stuck in Bhopal lab

भीलवाड़ाJan 12, 2021 / 12:59 pm

Narendra Kumar Verma

Bhilwara bird flu report stuck in Bhopal lab

Bhilwara bird flu report stuck in Bhopal lab

भीलवाड़ा। जिले में कौओं की मौत की घटना के बाद बर्ड फ्लू से मौत की आशंका में दो स्थानों से भोपाल लैब भेजे गए मृत कौओं की जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आ सकी है, वहीं जिले में सोमवार को कुछेक कौओं की मौत की घटना सामने आई है। अधिकारियों के अनुसार भोपाल में देश के कई हिस्सों से जांच के लिए सेम्पल आने से जल्दी रिपोर्ट मिलने की संभावना कम है। Bhilwara bird flu report stuck in Bhopal lab
भोपाल लैब ने भी स्पष्ट किया है कि जरूरत हो तो ही जांच के लिए सेम्पल के रूप में मृत कौएं के अवशेष भेजेबर्ड फ्लू को लेकर मुर्गी पालकों को किया सतर्क बर्ड फ्लू को लेकर पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक पंचोली ने सोमवार को बदनोर के जगपुरा ग्राम में क्षेत्र के मुर्गी पालकों के साथ बैठक की। बैठक में बर्ड फ्लू बीमारी के लक्षणों के बारे में विस्तार से बताया गया तथा रोग की रोकथाम एवं बचाव की जानकारी पालकों को दी। बैठक में नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप गायकवाड ने भी पक्षियों की असामान्य मृत्यु होने पर तत्काल नजदीकी विभागीय अधिकारी व कर्मचारी को सूचित करने की बात कही। ।

प्रदेश के कुछ जिलों में बर्ड फ्लू की बीमारी को देखते हुए वन विभाग ने रविवार को जिले में वन मण्डलों को अलर्ट कर दिया। उप वन संरक्षक डीपी जागावत ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में राज्य के हनुमानगढ़, जोधपुर, बीकानेर, झालावाड़, पाली,बारां आदि जिलों में बर्ड फ्लू की बीमारी से कौओं, बतख आदि पक्षियों के मरने की खबरें आ रही है। बर्ड फ्लू अर्थात् एवियन एन्फ्लूएन्जा एक गंभीर संक्रामक बीमारी है एवं इसकों फैलने से रोकना ही सबसे बड़ा निदान है। इसके लिए समय रहते पक्षियों में इस रोग की पहचान कर सतर्कता बरतना अति आवश्यक है। भीलवाड़ा वन मण्डल ने अपने अधीन क्षेत्रीय वन अधिकारियों को निर्देश जारी कर वन क्षेत्रों एवं उनके बाहर ऐसे स्थान जहां पक्षी वास करते हैं या प्रवास पर आते हैं उन स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतते हुए कार्यवाही करें तथा वेटलेण्ड्स पर भी विशेष सतर्कता बरती जाए
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो