पुलिस अधीक्षक प्रदीपमोहन शर्मा के अनुसार 23 जून को अहमदाबाद जिले के सोला निवासी कमलेश शाह ने कोतवाली में मामला दर्ज कराया था। रिपोर्ट में बताया कि उनका 34 वर्ष से भीलवाड़ा व आसपास के क्षेत्र में एग्रीकल्चर टैैडिंंग का काम है। भीलवाड़ा में एसके टैैडिंंग के नाम से व्यापार होकर शास्त्रीनगर में कार्यालय है। गत 9 जून को 50 लाख रुपए व्यापारी के भीलवाड़ा ऑफिस में रखे हुए थे। उसके दो कर्मचारियों को राशि अहमदाबाद हैड ऑफिस में ले जाना था। 9 जून की तड़के यह राशि लेकर दोनों कर्मचारी रवाना हुए। उनको जिला कारागार के पीछे ओवरब्रिज पर वैन में आए कुछ लोगों ने रोक लिया। पिस्टल से धमका कर कर्मचारियों के पास बैग में रखे 50 लाख रुपए छीनकर भाग गए। प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन व पुलिस उपाधीक्षक राजेश मीणा की अगुवाई में विशेष टीम का गठन किया गया। टीम में कोतवाली प्रभारी विवेकसिंह, उपनिरीक्षक नारायणसिंह, तुलसीराम, हैड कांस्टेबल सहीराम, सुनील कुमार व ताराचंद समेत अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया।
टीम ने अनुसंधान के बाद घोसुण्डा (चित्तौडग़ढ़) हाल गली नम्बर पांच गुलअली नगरी निवासी युसुफ मंसूरी, जूनावास निवासी मोईनुद्दीन धागा, गोंदा की चौकी (उज्जैन) निवासी विशाल चौहान, पीपलिया मण्डी (मध्यप्रदेश) निवासी मोहम्मद रियाज तथा नानाखेड़ा (उज्जैन) निवासी निलेश उर्फ भूरा सैनी को गिरफ्तार किया गया। इनमें मुख्य आरोपी युसुफ और मोईनुद्दीन को छोड़कर बाकी को बापर्दा रखा गया है।