District men away from sterilization पुरुष नसबंदी को लेकर जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है लेकिन खास सफलता नहीं मिल पाई है। बीते चार साल में महज ३४४ पुरुषों ने नसबंदी कराई। वहीं पूरे राज्य में मार्च 19 तक कुल 2 लाख 59०47 नसबंदियां में से 2 लाख 55,960 महिलाएं व केवल 3087 पुरुष शामिल है।
जिले के आंकड़े
वर्ष कुल नसबंदी पुरुष महिला
२०१९ ३३०० ३८ ३२६२
2018 ९८२७ १३५ ९६९२
२०१७ १११९२ ४४ १०१५६
२०१६ १३२८४ १२७ १०३५९ यह हो सकती है वजह
नसबंदी न कराने के पीछे पुरुषों में मिथक है कि इससे पौरुषता में कमी आ जाती है। वहीं नसबंदी के लिए समझाइश कार्य से अधिकतर महिलाएं ही जुड़ी है, जो पुरुषों से इस संबंध में बात करते झिझकती है। पुरुष में नसबंदी को लेकर उदासीनता का कारण कई मिथक और गलत धारणाओं का होना है। सूचना और गर्भनिरोधक के तरीकों पर परामर्श की कमी। उनके लाभ और दुष्प्रभाव की जानकारी की कमी।
वर्ष कुल नसबंदी पुरुष महिला
२०१९ ३३०० ३८ ३२६२
2018 ९८२७ १३५ ९६९२
२०१७ १११९२ ४४ १०१५६
२०१६ १३२८४ १२७ १०३५९ यह हो सकती है वजह
नसबंदी न कराने के पीछे पुरुषों में मिथक है कि इससे पौरुषता में कमी आ जाती है। वहीं नसबंदी के लिए समझाइश कार्य से अधिकतर महिलाएं ही जुड़ी है, जो पुरुषों से इस संबंध में बात करते झिझकती है। पुरुष में नसबंदी को लेकर उदासीनता का कारण कई मिथक और गलत धारणाओं का होना है। सूचना और गर्भनिरोधक के तरीकों पर परामर्श की कमी। उनके लाभ और दुष्प्रभाव की जानकारी की कमी।
कर रहे प्रयास
हम समय-समय पर काउंसलिंग कर पुरुष नसबंदी बढ़ाने का प्रयास करते हैं। नसबंदी से पुरुषों को कोई परेशानी नहीं होती।
डॉ. मुस्ताक खान, सीएमएचओ भीलवाड़ा
हम समय-समय पर काउंसलिंग कर पुरुष नसबंदी बढ़ाने का प्रयास करते हैं। नसबंदी से पुरुषों को कोई परेशानी नहीं होती।
डॉ. मुस्ताक खान, सीएमएचओ भीलवाड़ा