जानकारी के अनुसार गत 5 सितम्बर को शक्करगढ़ की महिला को बुखार-जुकाम से हालत बिगडऩे पर भीलवाड़ा के निजी चिकित्सालय ले जाया गया। वहां से उसे एमजीएच भेज दिया गया। चिकित्सकों ने स्वाइन फ्लू के संदेह में सेम्पल लेकर जांच के लिए अजमेर भेज दिया। जांच रिपोर्ट आने से पहले ही महिला की उसी रात मौत हो गई। स्वाइन फ्लू के संदेह में बुधवार को पॉलिथीन में शव लपेट कर परिजनों को दे दिया गया। ग्रामीण शव लेकर गांव पहुंचे। वहां महिलाओं ने पॉलिथीन खोल दिया। औपचारिकता के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पॉलिथीन को खोल देने से स्वाइन फ्लू गांव में फैल जाने की अफवाह से ग्रामीण दहशत में आ गए। इसका चिकित्सा विभाग को पता लगा तो हड़कम्प मच गया। चिकित्सक आशीष शर्मा के नेतृत्व में सुपरवाइजर आशा तथा किशनलाल मीणा के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया गया। टीम ने घर-घर सर्वे की दवाइयां बांटी। इस दौरान 17 रक्त के नमूने लिए गए।