ईटीपीबीएस सेवा डाक मतपत्र भेजने में समय की बचत होगी। डाक मतपत्र ऑनलाइन भेजे जा सकेंगे। इसे आसानी से ट्रेक किया जा सकेगा। इसे कितनी बार डाउनलोड किया गया, उसकी जानकारी भी रहेगी। स्पीड पोस्ट के माध्यम से वापस भी आएंगे।
पहले प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी होने के बाद डाक से मत पत्र भेजे जाते थे। इस कारण कई बाद देरी से पहुंचते थे। कई बार ऐसा भी हुआ जब परिणाम आने के बाद डाक मतपत्र पहुंचे। इनका उपयोग नहीं हो सका। अब समय पर डाक मतपत्र वापस पहुंच जाएंगे।
कूटलिखित इलेक्ट्रॉनिक प्रेषित डाक मतपत्र फ़ाइल को डाउनलोड करने के लिए ओटीपी की आवश्यकता है। इसी प्रकार गोपनीयता बनाए रखी जाती है और क्यूआर कोड के कारण डाले ईटीपीबी का कोई डुप्लीकेट संभव नहीं है। डीकोड (कूट पढ़ने), प्रिंट करने और ईटीपीबी डिलीवर करने के लिए पिन जरूरी है। ऐसे में इसे दूसरा कोई पढ़ या देख नहीं सकेगा।
लोकसभा चुनाव में सर्विस वोटर्स के अलावा 11 विभागों में काम करने वाले कर्मचारियों को भी भारत निर्वाचन आयोग ने डाक मतपत्र के जरिए वोटिंग की सुविधा दी है। जिला निर्वाचन अधिकारी नमित मेहता ने बताया कि इस श्रेणी में पहली बार लोकसभा चुनावों में मीडियाकर्मियों को भी शामिल किया गया है। इस संबंध में निर्वाचन आयोग ने अधिसूचना जारी की है। बिजली-पानी, रोडवेज-मेट्रो, डेयरी, फायर फाइटर, चिकित्सा, शिक्षा विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी इसमें शामिल हैं।