READ:मकान मालिक को भनक तक नहीं, दिन भर दुबका रहता और रात को टोह लेने निकलता पुर थाना प्रभारी गजेंद्रसिंह नरूका ने छात्राओं को सेल्फ डिफेंस, पोक्सो एक्ट, यौन शोषण से बचाव के तरीके, घरेलू हिंसा, भारतीय संविधान, मौलिक अधिकार और क?त्र्तव्य, बाल मजदूरी तथा महिला कानून संबंधी जानकारी दी। घरेलू हिंसा से महिलाओं को बचाव के तरीके बताते उन्हें कब और कैसे इस्तेमाल किया जाए, इसके बारे में विस्तार से बताया। दुर्घटना के समय 100 नंबर डॉयल और 108 एम्बुलेंस को कॉल करने के बारे में बताया। इससे घायल की जान बचाई जा सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को पुलिस का सहयोग करना चाहिए, जिससे अपराधों को रोकने में मदद मिल सकें।
प्रताप नगर थाना प्रभारी नवनीत व्यास ने छात्राओं को उनके सुरक्षा अधिकारों के बारे में जानकारी देते दी।
RE
AD:स्वाइन फ्लू पीडि़त शिक्षक को एसएमएस से भेजा घर, निजी अस्पताल ने किया इलाज कहा, आपके साथ घर, स्कूल या रास्ते में कोई भी अमर्यादित घटना, असामाजिक तत्वों द्वारा छेड़छाड़ या दुव्र्यवहार किया जाता है तो सूचना महिला पुलिस हेल्पलाइन 1090 पर दें या अपने माता-पिता अथवा अभिभावकों को बताएं। तुरंत अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकें। थाने में आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी। उन्होंने छात्राओं को बुरा स्पर्श (बेड टच) तथा अच्छे स्पर्श (गुड टच) के बारे में विस्तार से समझाया। कहा, किसी भी अनजान व्यक्ति के बहकावे में नहीं आना चाहिए।
पोक्सो एक्ट 2012 के बारे में बताते कहा कि अपने प्रति सचेत रहना चाहिए और कोई अनजान या कोई भी उसके साथ गलत हरकत करने की कोशिश करता है तो उसका जोर से चिल्लाकर विरोध करें। ताकि उसका हौसला खत्म होकर आत्मविश्वास टूट जाए।
इससे वह आगे बढऩे की कोशिश नहीं कर सकेंगे। इसकी शिकायत तुरंत अपने अभिभावक, अध्यापक या पुलिस को दें। ताकि संबंधित व्यक्ति के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जा सके। सोशल मीडिया के अंतर्गत फेसबुक व वाट्सअप के बारे में अनजान व्यक्ति से सचेत रहना चाहिए। आइकॉन इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर अनिल चौधरी ने भी नारी सुरक्षा व सशक्तिकरण पर विचार रखे। छात्राओं ने कार्यशाला में सवाल-जवाब भी किए।