सभापति राकेश पाठक ने बताया कि चार करोड़ की लागत से शास्त्रीनगर में सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। उसके पास खाली पड़ी जगह पर सामुदायिक भवन का मुख्य द्वार निकालने या फिर सामुदायिक भवन के रख-रखाव व स्थाई आय के लिए दो दुकान के निर्माण की योजना थी। इसकी जानकारी आयुक्त को भी दी थी, लेकिन आयुक्त ने यहां पर दो मोबाइल टावर लगाने की स्वीकृति जारी कर दी। जबकि स्वीकृति से पहले पत्रावली तक नहीं दिखाई गई। इसके चलते दोनों के बीच फिर से विवाद की िस्थति बढ़ गई है। सभापति पाठक ने अपना विरोध दर्ज कराया है। बावजूद इसके मौके पर टावर खड़े कर दिए गए हैं। इस सम्बंध में आयुक्त दुर्गाकुमारी से सम्पर्क करने का प्रयास किया लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका।
गौरतलब है कि सभापति पाठक व आयुक्त दुर्गा कुमारी के बीच पहले से ही अवैध निर्माण व कॉम्पलेक्स के बेसमेंट में पार्किग के स्थान पर दुकानों का निर्माण करने तथा न्यायालय के नाम पर गलत नोटिस जारी करने के मामले आमने-सामने हो चुके है।