हमीरगढ़ से आगे चालक ने ट्रक रोका और शराब पी। उसके बाद उसकी नीयत बिगड़ गई। उसने तीन लाख चुरा लिए और ईटों में छिपा दिए। कहानी बनाने के लिए ट्रक के शीशे तोड़ दिए। उसके बाद मालिक को फोन कर सूचना दी कि वह निकट ही होटल में खाना खाने गया। इस दौरान कोई वाहन के शीशे तोड़ टूल में रखी नकदी निकाल ले गया। वाहन मालिक ने थाने पहुंच कर मामला दर्ज कराया।
इस बीच पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए कैलाश पर शंका के आधार पर शिकंजा कसना शुरू किया तो वह डर के मालिक संदीप के पास पहुंचा। उसने झूठी कहानी बयां की और नकदी उनको सौप दी। इस बीच पुलिस भी वहां पहुंची। पुलिस ने नकदी बरामद कर कैलाश को गिरफ्तार कर लिया।