कोतवाल विवेकसिंह के अनुसार गांधीनगर हाल रेलवे स्टेशन के सामने निवासी फरमान खान पठान व आरजिया (गाडरी खेड़ा) अकबर मोहम्मद मंसूरी को गिरफ्तार किया। दोनों को गुरुवार को कोर्ट में पेश करेंगे। पूछताछ में सामने आया कि अहमदाबाद के सोला निवासी व्यापारी कमलेश शाह के 50 लाख रुपए लेकर अहमदाबाद मुख्य ऑफिस में राशि छोडऩे के लिए कर्मचारी जावेद और एक अन्य जा रहे थे। दोनों से डकैती गिरोह के सदस्य राशि छीन ले गए। कर्मचारी जावेद का आरोपी फरमान दोस्त था। जिस दिन वारदात हुई उससे एक दिन पहले जावेद और फरमान साथ थे। बातचीत में फरमान को पता लग गया था कि ९ जुलाई की तड़के जावेद और एक अन्य बड़ी रकम लेकर अहमदाबाद जाएंगे।
साथियों को फोन कर बुलाया, रैकी करा वारदात दोस्त जावेद के बड़ी रकम ले जाने की सूचना के बाद फरमान ने घोसुण्डा (चित्तौडग़ढ़) हाल गली नम्बर पांच गुलअली नगरी निवासी यूसुफ मंसूरी को सारी बात बताई। उसके बाद एमपी से साथियों को फोन कर बुला लिया। पहचाने जाने के डर से फरमान वारदात करने नहीं गया। बाहर से बुलाए साथियों को भेजा। 8 जुलाई की रात से जावेद के हुसैन कॉलोनी में घर से कुछ दूर खड़े हो गए। उस पर नजर रखे थे। 9 जुलाई को तड़के जावेद के घर से निकलते ही गिरोह के सदस्य पीछे लग गए। ओवरब्रिज पर मौके पड़ते ही 50 लाख से भरा बैग छीनकर भाग गए।
शहर से दूर बंटवारा फरमान ने पकड़े जाने के डर से आरजिया के निकट रहने वाले अकबर मोहम्मद मंसूरी के घर गए। वहां अकबर ने राशि बांटी। उसके बाद सब रवाना हो गए। पुलिस ने अब तक १६ लाख रुपए बरामद कर लिए। शेष बरामदगी का प्रयास है।
यह था मामला 23 जून को सोला निवासी कमलेश शाह ने कोतवाली में मामला दर्ज कराया कि उनके भीलवाड़ा कार्यालय में 9 जून को 50 लाख रुपए रखे थे। उसके दो कर्मचारी राशि अहमदाबाद हैड ऑफिस ले जाने को निकले थे कि जिला कारागार के पीछे ओवरब्रिज पर वैन में आए कुछ लोगों ने रोक लिया। पिस्टल से धमकाया और कर्मचारियों से 50 लाख रुपए भरा बैग छीनकर भाग गए।