अमरवासी में पेयजल, नाली निर्माण, खेल मैदान समेत विभिन्न लम्बित मांगों को लेकर रामनगर के लोगों का बुधवार को आक्रोश फूट पड़ा। इस दौरान ग्रामीणों ने देवली-भीलवाड़ा मार्ग पर जाम लगा दिया। अमरवासी पंचायत कार्यालय पर ताला जड़कर प्रदर्शन किया। इस दौरान मार्ग जाम रहा। मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतारे लग गई। विधायक धीरज गुर्जर ने समझाइश कर जाम खुलवाया।
READ: पेयजल समस्या से त्रस्त सांकड़ा के ग्रामीणों ने लगाया जाम, उपखंड अधिकारी की गाड़ी के कांच फोड़े प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने बताया कि रामनगर में कई दिनों से पेयजल की किल्लत बनी हुई है। लोग पेयजल के लिए तरस गए है। हैंडपंपो से फ्लोराइड युक्त पानी मिल रहा है। नाली निर्माण नहीं होने से जगह-जगह गंदगी व कीचड़ है। इस दौरान महिलाएं व बच्चे भी सड़कों पर उतर आएं। उन्होंने मार्ग पर जाम लगाकर पंचायत प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। महिलाओं ने पंचायत कार्यालय पर ताला भी जड़ दिया। सूचना पर हनुमाननगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची तथा ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण जहाजपुर पंचायत समिति प्रधान शिवजीराम मीणा को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। काफी देर के बाद भी जहाजपुर प्रधान के नहीं पहुंचने पर ग्रामीण और आक्रोशित हो गए। इस दौरान करीब एक किमी तक लम्बा जाम लग गया। मामले बढ़ता देख विधायक धीरज गुर्जर रोंपा में आयोजित न्याय आपके द्वार शिविर को बीच में छोड़कर अमरवासी आ गए।
READ: विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की इस घोषणा से राजनीतिक हलकों व अधिकारियों में मची खलबली, निशाने पर कई सरकारी महकमे यहां उन्होंने ग्रामीणों की विस्तार से समस्या सुनकर तहसीलदार ओमप्रकाश जैन समेत जलदाय विभाग के अधिकारियों को तलब किया। इस दौरान रामनगर के लिए प्रतिदिन तीन पानी के टेंकरोंं से जलापूर्ति करने की घोषणा की गई। विधायक गुर्जर ने अपने निजी खर्च से गांव के लिए दो पानी की टंकिया भी दी। उधर विधायक गुजर्र के हस्तक्षेप के बाद अमरवासी सरपंच प्रभूलाल मीणा ने एक माह मेंं नाली व खेल मैदान निर्माण करवाने का आश्वासन दिया। तब जाकर ग्रामीणों को रोष शांत हुआ।