मंदिर में पूजा करने आए दोनों युवक अपने साथ दो डिब्बे लिए हुए थे, जिसमें से एक में बर्फी थी और दूसरे डिब्बे में बूंदी के लड्डू थे। दोनों युवकों ने पहले बाहर से मंदिर में काली माता को प्रसाद चढ़ाया फिर उस प्रसाद को वहां मौजूद लोगों को बांटा। वहां मौजूद रामलक्षिन कटारे और उनके घर के अन्य सदस्यों के लिए भी दे दिया, जिसे घर पर मौजूद सभी लोगों ने खा लिया।
प्रसाद खाने बाद परिवार के सभी लोग धीरे-धीरे बेहोश हो कर सो गए। जिसके बाद आरोपियों ने अपना काम आसानी से किया। बताया जा रहा है कि चोरी की वारदात को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने दो घंटे तक गांव में रेकी की थी।
प्रसाद खाकर बेहोश हुए कटारे परिवार के सदस्यों के सो जाने के बाद चोरों ने काली माता मंदिर से घर में चढकऱ सबसे पहले बरामदे में सो रहे मुखिया रामलक्षिन कटारे के कुर्ते की जेब से कमरे की चाबी निकाल कर कमरे में लकड़ी की अलमारी में रखी 366 बोर की इंग्लिश बंदूक, लाइसेंस, करीब 25 राउंड से भरा बिल्डोरिया एवं नकदी पर हाथ साफ किया।
खड़ीत गांव के हार में विजय कुमार पुत्र रामनिवास शर्मा के यहां भी चोरों ने शुक्रवार रात को वारदात को अंजाम दिया था। जिसमें चोर घर की पीछे की दीवार तोडकऱ कमरे में रखे संदूक, अलमारी एवं सूटकेस से 12 तोला सोने एवं 2500 ग्राम चांदी के जेवरों को ले गए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक चोरी की घटना को अंजाम देने वाले बाइक सवार दोनों युवक काली माता मंदिर पर प्रसाद चढ़ाकर उसे बांटने के बाद गांव में करीब दो घण्टे तक घूमकर जायजा लेते रहे। गांव वालों के पूछने पर दोनों युवकों ने अपने आपको पोरसा का बताया और अटेर में सरकारी काम से आना बताते हुए गांव के प्राचीन काली माता मंदिर पर प्रसाद चढ़ाने की बात कही।
एसडीओपी अटेर आरपी मिश्रा ने कहा कि खड़ीत गांव की दोनों चोरियों की पड़ताल पुलिस गंभीरता से कर रही है। आज मैंने स्वयं घटना स्थल पर जा कर मौका मुआयना किया है। चोर शीघ्र ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे ।