बता दें कि कृषक अरविंद लोधी पुत्र बुद्ध सिंह लोधी निवासी मल्लपुरा अपनी बेटी के विवाह की तैयारियों में लगे हुए थे। दरअसल 15 दिसंबर को उनकी बेटी रचना की शादी होनी है। ऐसे में उन्होंने न सिर्फ नकदी का इंतजाम करके रख लिया था बल्कि बेटी के लिए नई साडिय़ां, गहने व अन्य गृहस्थी का सामान भी संग्रहित कर लिया था।
गुरुवार की रात अचानक बिजली के तारों में हुए शॉट सर्किट से घर में आग लग गई। ऐसे में अरविंद लोधी ने आनन-फानन में अपने परिजनों की जान बचाते हुए उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने का काम किया। आग इतनी व्यापक हो गई कि अंदर कमरे में बेटी की शादी के लिए रखा सामान भी बाहर नहीं निकाल पाए। लिहाजा सबकुछ जलकर खाक हो गया।
दो दिन पूर्व ही एक लाख रुपए का लिया था कर्ज
अरविंद लोधी ने अपनी बेटी के विवाह के लिए जहां एक लाख रुपए नकदी अपनी कमाई की जोडक़र रख ली थी वहीं एक लाख रुपए अपने निकट रिश्तेदार से बतौर कर्ज दो दिन पूर्व ही लाए थे। उन्हें क्या पता था कि बेटी का विवाह भी उस रकम से नहीं कर पाएंगे और कर्ज भी सिर पर हो जाएगा। संदूक के अंदर कपड़ों के अलावा पंखा, सोने, चांदी के जेवर एवं दो लाख रुपए की नकदी भी खाक हो गई है।
गरीब की मदद के प्रयास
आग में आर्थिक रूप से तबाह हुआ पीडि़त परिवार बेटी के विवाह की मदद के लिए अब प्रशासन और सामाजिक संगठनों की तरफ निहार रहा है। हादसे के बाद स्थानीय हलका पटवारी ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का आंकलन कर आर्थिक सहायता के लिए प्रस्ताव प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि सामाजिक संगठनों की ओर से फिलहाल कोई आगे नहीं आया है।