जब बेहोश हुई छात्रा तो भड़क गए ग्रामीण
प्रदर्शन के दौरान छात्रा बेहोश हो गई जिससे ग्रामीणों व छात्राओं में और भी रोष बढ़ गया। ग्रामीणों ने कहा कि जो अध्यापक हैं वे अच्छी तरह से विद्यार्थियों को बेहतरीन शिक्षा दे रहे हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों से कई विषयों के अध्यापक नहीं हैं कुछ विषयों पर पोस्ट खत्म कर दी गई है। कुछ विषयों के अध्यापकों को यहां उठा दिया गया है। जिसके कारण छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है। छात्राओं ने कहा कि उनकी परीक्षाएं आरंभ हो चुकी हैं लेकिन अनेक विषयों में अध्यापक न होने के कारण उनकी तैयारियां नहीं हो पाई हैं। उन्होंने कहा कि उपरोक्त सभी विषयों पर स्थाई अध्यापकों की नियुक्ति की जाए।
बार बार मिला आश्वासन मगर नियुक्ति नहीं
सरपंच निर्मला व सरपंच प्रतिनिधि भीष्म सिवाच ने बताया कि स्कूल में अध्यापकों की कमी के चलते छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी से बातचीत की मगर आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। ग्रामीणों ने प्राचार्य जगमोहन से अध्यापकों की कमी के बारे में बातचीत की तो वे पूर्णरूप से संतुष्ट नहीं कर पाए। मौके पर पहुंची खण्ड शिक्षा अधिकारी ने स्थिति का जायजा लिया और छात्राओं से बातचीत कर उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि एक-दो दिन के अंदर-अंदर सभी विषयों पर अध्यापक नियुक्त कर दिए जाएंगे। सरपंच प्रतिनिधि भीष्म सिवाच व खण्ड शिक्षा अधिकारी के आश्वासन मिलने के बाद ही ग्रामीणों व छात्राओं ने स्कूल का द्वारा खोला।