पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव खरगोन ब्लॉक अध्यक्ष को हटाने से असंतुष्ट हैं। उन्होंने घोषणा की है कि उनके एक हजार समर्थक गुरुवार को इस्तीफा देंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार समन्वय समिति में मंदसौर के नेता राजेंद्र सिंह गौतम को जगह देने से असंतोष उभरा। इससे नाराज पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने कहा कि वे पार्टी फोरम में बात रखेंगी।
मंदसौर के 50, नीमच से 40, जावरा से 12 और मनासा के 5 कांग्रेस पदाधिकारियों ने इस्तीफे दिए। मंगलवार को मंदसौर जिला उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह गुर्जर, महिला कांग्रेस अध्यक्ष बबीता सिंह तोमर व जिला कांग्रेस महामंत्री राघवेंद्र सिंह तोमर ने इस्तीफे दे दिए थे।
असंतोष की मुख्य वजह बने राजेन्द्र गौतम 2009 के लोकसभा चुनाव में मीनाक्षी नटराजन के खिलाफ खड़े हुए थे। उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। 2015 में वापसी हुई, लेकिन वे फिर निलंबित हो गए। इस बीच, उन्हें समन्वय समिति में शामिल कर लिया गया।
कां ग्रेस में नाराज चल रहे पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव को मनाने के लिए समन्वय समिति के संयोजक दिग्विजय सिंह बुधवार रात उनके निवास पर पहुंचे। दोनों के बीच करीब एक घंटे चर्चा हुई। बाद में वे मुस्कराते हुए बाहर निकले। मीनाक्षी और अरुण की नाराजगी पर दिग्वजय ने मीडिया से कहा, कुछ बातें हैं जिन्हें पार्टी के अंदर ही निपटाना है। हम सब मिलकर भाजपा को हराएंगे।
कांग्रेस के 20 जिला अध्यक्षों को बदलने के फैसले का अंदरूनी विरोध हो रहा है। इनमें 11 कमलनाथ समर्थक, 5 ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक, 2 दिग्विजय सिंह समर्थक,1 बावरिया और 1 सुरेश पचौरी समर्थक है।