वीडी शर्मा ने कहा कि बीजेपी की एक सीट तो पक्की है। एक अन्य पर उम्मीदवार उतार सकती है। केंद्रीय संगठन की ओर से राम माधव का नाम भी आ सकता है। उधर, दिल्ली में भी बैठक हुई, जिसमें शिवराज सिंह चौहान, विनय सहस्रबुद्धे, नरेंद्र सिंह तोमर, थावरचंद गेहलोत, प्रहलाद पटेल और नरोत्तम मिश्र मौजूद थे।
पैनल में इनके नाम
मध्यप्रदेश से कौलाश विजयवर्गीय, प्रभात झा, सत्यनारायण जटिया, विनोद गोटिया, लाल सिंह आर्य, रंजना बघेल, ओमप्रकाश धुर्वे, रामलाल रौंतेल, विजेश लुणावत के नाम भी शामिल हैं।
कमलनाथ दिल्ली में, अब होली के बाद आएं
मुख्यमंत्री कमलनाथ रविवार देर शाम को दिल्ली चले गए। वे अब होली के दूसरे दिन मध्यप्रदेश आएंगे। वहां वे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलेंगे और राज्यसभा के लिए नामों पर मंथन करेगे। हार्स ट्रेडिंग और राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर अन्य बड़े नेताओं से भी चर्चा करेंगे।
चुनाव से पहले सियासी उथल-पुथल
प्रदेश का हाई वोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामा लगातार बढ़ता जा रहा है। सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा है कि राज्यसभा चुनाव के पहले एक बार फिर बड़ी सियासी उथल-पुथल हो सकती है। भाजपा के राज्यसभा की दो सीटों पर चुनाव लडऩे के ऐलान के बाद इस बात की जमीन और पुख्ता नजर आने लगी है। कांग्रेस की तरफ से सियासी घटनाक्रम के मुख्य कर्ता-धर्ता कहे जाने वाले पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक नरोत्तम मिश्रा ने यह कहकर सरकार की नींदें उड़ा दी हैं कि मंथन है परिवर्तन का कुछ और तमाशा होने दो, कहां-कहां उनके गद्दार छुपे हैं, कुछ और खुलासा होने दो। मिश्रा ने कहा कि मेरी प्रतिक्रिया पर ध्यान मत दो, मेरी क्रिया पर ध्यान दो। कांग्रेस मिश्रा के इस बयान के बाद और सतर्क हो गई है। इस बात के मायने भी तलाशे जा रहे हैं कि मिश्रा आखिर किस तमाशे की बात कर रहे हैं, कहीं ये ऑपरेशन लोटस पार्ट टू की तैयारी तो नहीं। कांग्रेस अपनी कमजोर कडिय़ों पर भी पैनी नजर रखने लगी है।