डॉक्टर की अंतिम लोकेशन रात 8.30 बजे भदभदा चौराहे पर मिली थी। उसके बाद उसकी बाइक करीब 11 बजे रात में हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर मिली। रात 8.30 से 11 बजे के बीच भदभदा से हबीबगंज तक करीब 10 चौराहे हैं। हर चौराहे पर पांच कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन डॉक्टर एक भी कैमरे में कैद नहीं हुए। इससे पुलिस के कैमरों पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
4 रास्तों से डॉक्टर के जाने का अनुमान
1. हमीदिया अस्पताल, रॉयल मार्केट, भोपल टॉकीज, बस स्टैंड, अल्पना तिराहा, भारत टॉकीज, बोगदा पुल, बोर्ड ऑफिस, प्रगति पेट्रोल पंप और हबीबगंज।
2. भदभदा चौराहा, कमला नगर, मैनिट तिराहा, माता मंदिर चौराहा, अंबेडकर तिराहा, चार इमली तिराहा, नूतन कॉलेज तिराहा, साढ़े छ: नंबर, सात नंबर और हबीबगंज।
3. भदभदा चौराहा, पीएनटी चौराहा, माता मंदिर चौराहा, अंबेडकर तिराहा, चार इमली तिराहा, नूतन कॉलेज तिराहा, साढ़े छ: नंबर, सात नंबर और हबीबगंज।
4. पीर गेट, कफ्र्यू वाली माता मंदिर चौराहा, भोपाल टॉकीज, बस स्टैंड, अल्पना भारत टॉकीज, बोगदा पुल, बोर्ड ऑफिस, प्रगति पेट्रोल पंप और हबीबगंज।
29 करोड़ रुपए खर्च : सिटी सर्विलेंस में 12 करोड़ और आइटीएमएस पर 17 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
कैमरे मिले बंद: हमीदिया अस्पताल और हबीबगंज रेलवे स्टेशन के कैमरे बंद मिले। शहर में 1121 कैमरे हैं वो दो मेगा पिक्सल के हैं।
बहनोई से की बात : 13 दिन से लापता डॉक्टर का सुराग मिल गया है। उसने फोन पर अपने बहनाई से बात की है। हालांकि अभी तब वह कहां था इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है। एसएसपी राजेश भदौरिया ने बताया कि लोकेशन होशंगाबाद में मिली है।
राजधानी के कैमरे काफी हाईटेक हैं। कई बार तकनीकी खामी हो जाती है। हम लोग इन कैमरों को और हाइटेक करने जा रहे हैं।
– धमेंद्र चौधरी, डीआइजी भोपाल