पूर्व तट रेलवे यहां विशाखापटनम से अराकु वैली तक चलने वाली ट्रेन के विस्टाडोम कोच को लेकर आए हैं। इस कोच की खास बात है कि यह बाएं, दाएं और ऊपर तीनों तरफ से पारदर्शी है। इस कोच को बनाने का मुख्य उद्देश्य था कि बैठने वाले पैसेंजर को आसानी से रास्तों पर पडऩे वाली वैली, पहाड़, सुरंग और प्राकृतिक सौंदर्य को देख कर लुत्फ उठा सकें।
–फोटो गैलेरी
प्रदर्शनी में सेंट्रल रेलवे ने भी हिस्सा लिया है जिसमें उन्होंने मुंबई में चलने वाली लोकल ट्रेन के कोच अल्टरनेट डायरेक्ट करेंट, बंबारडियर लोकल, सीमेंस लोकल ट्रेन को प्रदर्शनी के माध्यम से दर्शाया है। प्रदर्शनी में तेजस ट्रेन के मॉडल को भी प्रदर्शित किया जिसकी खास बात है कि यह ट्रेन चेयर कार है इसमें आटोमेटिक डोर सिस्टम, इन्फोटेंनमेंट की सुविधा के साथ एडवांस ट्रेन और कोच को तैयार किया गया। यह मुंबई से मडगांव के बीच चलाई गई है।
बैक्टीरिया करेंगे पानी को साफ
साउथ वेस्टर्न रेलवे में पदस्थ मुख्य चालन शक्ति अभियंता डीएल चौधरी ने बताया कि २२०० ट्रेनों को बॉयो टॉयलेट को अपग्रेड किया गया है। इसमें इस तरह के बैक्टिरिया का यूज किया जाता है तो पानी को साफ कर देते हैं। नई टेक्नोलॉजी के साथ बाथरूम चोक भी नहीं होते, साथ ही बाथरूम की बदबू आने की समस्या भी दूर हुई है।
परधौनी और शैला नृत्य
सांस्कृतिक कार्यक्रम राग-रंग के दूसरे दिन मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़ एवं मणिपुर के पारंपरिक लोक नृत्य की प्रस्तुतियां हुईं। इसमें मध्यप्रेदश की परधौनी, गुदम बाजा, छत्तीसगढ़ से शैला नृत्य एवं मणिपुर राज्य से थांग-टा, थाउगल-जोगई, पूग-चोलाम एवं बसंत रास नृत्य की प्रस्तुतियां हुईं। परधौनी नृत्य मध्यप्रदेश में बैगा लोग विवाह के अवसर पर करते हैं। इस नृत्य में तीन खाट का बना नकली हाथी में दूल्ही के भाई को बैठाकर उसका स्वागत करते हुए नृत्य करते है। इस नृृत्य में ददरिया, बिरहा गा गा कर नृत्य करते है। शैला नृत्य सरगुुजा का नृत्य है। यह खेती के नई फसल काटने से अच्छी फसल आने पर किया जाता है।
रेलवे फाटक बंद नहीं होने पर बज उठेगा अलार्म
रेलवे फाटक पर तैनात स्टाफ कई बार फाटक बंद करने से पहले ही स्टेशन मास्टर को फाटक के बंद हो जाने का मैसेज कर देता है। इससे हादसे की आशंका रहती है। हादसों को रोकने के लिए जबलपुर में सीनियर सेक्शन इंजीनियर मनोज श्रीवास्तव ने एक मशीन तैयार की है। इस मशीन को फाटक पर लगाना होगा। गेट बंद नहीं की स्थिति में सायबर बज उठेगा। इसकी जानकारी लोको पायलेट और स्टेशन मास्टर को भी मिलेगी।
4 घंटे में तैयार हो जाएगा अंडर ब्रिज
उत्तर पश्चिम मध्य रेलवे के सीपीआरओ तरूण जैन के अनुसार बीकानेर रेलवे ने हाल ही में रिकॉर्ड ४ घंटे में चार अंडरब्रिज बना दिए। अंडरब्रिज बनाने के लिए १५ फीट चौड़े और १५ लंबे ब्लॉक बना लिए जाते हैं। क्रेन की मदद से निर्माणाधीन साइट के हिस्से के ट्रेक को हटाकर मिट्टी को हटा दिया जाता है और वहां ब्लॉक्स रख दिए जाते हैं। इस तकनीक के कारण ट्रैफिक रोकने की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है।