8 अप्रैल से लागू होगी नई दरें
जानकारी के अनुसार मप्र नियामक आयोग ने बिजली बिल की दरों में करीब 2.64 प्रतिशत की बढ़ोतरी के आदेश दिए हैं। ये बढ़ी हुई दरें 8 अप्रैल से लागू हो जाएंगी, जिसका सीधा असर प्रदेश के एक करोड़ से अधिक बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। बिजली बिलों में ये बड़ा बदलाव नए वित्तीय वर्ष में बिजली कंपनियों को लग रही जरूरत के चलते किया जा रहा है।
इन दुकानदारों को नहीं पड़ेगा कोई फर्क
8 अप्रैल से हो रही बिजली की दरों में बढ़ोतरी का कई दुकानदारों को फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि उनके बिजली बिल में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया गया है, इसमें निम्न दाब वाले दुकानदार जैसे आटा चक्की, कूलर-पंखे, वेल्डिंग आदि छोटे उद्योग-धंधों और दुकानों की बिजली की दरों को यथावत रखा गया है। वहीं ई-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन की दरों में भी कोई परिवर्तन नहीं किया जा रहा है।
घरेलू बिजली की दरों में हुई बढ़ोतरी
8 अप्रैल से लागू होने वाले टैरिफ में घरेलू बिजली की दरों में बढ़ोतरी की जा रही है, जिसके तहत 50 यूनिट तक 3.2 प्रतिशत , 100 यूनिट तक 3.7 प्रतिशत की वृद्धि की जा रही है। चूंकि वित्तीय वर्ष 2022-23 में सरकार ने 22 हजार 500 करोड़ रुपए की सब्सिडी देने का फैसला बजट में ही लिया है। जिसकेे तहत किसानों के बिल का 93 प्रतिशत हिस्सा सरकार देगी। वहीं 100 यूनिट 100 रुपए की स्कीम लागू रहेगी।
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एफसीए में 1 पैसे की कमी से फायदा
अप्रैल से जून वाले त्रैमासिक एफसीए में एक पैसा प्रति यूनिट की कमी आई है, चूंकि वर्तमान त्रैमासिक में 7 पैसे प्रति यूनिट एफसीए लग रहा था, अब 6 पैसे प्रति यूनिट लगेगा, इस कारण उपभोक्ताओं को एक पैसा प्रति यूनिट ही एफसीए देना पड़ेगा, लेकिन इसके बावजूद फिक्स चार्ज होने के कारण ये कमी कोई फायदेमंद नहीं नजर आ रही है।