हरी झंडी मिनले पर ही किया जा सकेगा मतदान
निर्वाचन आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मतदान से पहले सुबह करीब छह बजे सभी मतदान केंद्रों में आयोग के अधिकारियों द्वारा मॉकपोल किया जाएगा। इसे खासतौर पर ईवीएम मशीन का फाइनल टेस्ट भी कहा जा सकता है। क्योंकि, पूर्ण व्यवस्थाएं देखने के साथ साथ कम से कम 50 वोट डालकर ये भी सुनिश्चित किया जाएगा कि, वोट सही जगह जा रहे हैं या नहीं। इन्हें वीवीपैट की पर्चियों से मिलाकर चैक किया जाएगा कि, वोट सही जगह पड़ रहे हैं या नहीं। किसी तरह की खराबी या अनियमित्ता सामने आने पर तुरंत ठीक किया जाएगा। पूरी तरह से हरी झंडी मिलने के बाद ही मतदान शुरू कराया जाएगा।
इन 8 सीटों पर होगा मतदान
मध्य प्रदेश के इस अंतिम चरण में लोकसभा की देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगौन और खंडवा सीटों पर प्रत्याशी चुने जाने के लिए मतदान किया जाएगा। शांतिपूर्ण चुनाव के लिए 83 केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल और 49 राज्य सशस्त्र बल की कंपनियां तैनात रहेंगी इसके अलावा 18 हजार विशेष पुलिस मतदान केंद्रों पर तैनात की जाएगी। इन सभी मतदान केन्द्रो में से 3 हजार 378 मतदान केंद्र क्रिटिकल की केटेगरी में खा गया है, जिनपर मतदान संपूर्ण होने तक आयोग की पैनी नजर रहेगी।
इस बार आयोग का अनुमान
प्रदेश की जिन मालवा निमाण की आठ सीटों पर मतदान होना बाकि है उनमें अब तक संतोषजनक चुनाव होता आया है। पिछले चुनाव में इन सीटों पर 66.81 फीसदी मतदान हुआ था। इस बार की जनगणना के मुताबिक, यहां आबादी में भी बढ़ोतरी हुई है। आयोग का अनुमान है कि, इस बार भी वोटिंग प्रतीशत में बढ़ोतरी होगी। जानकारों का कहना है कि, अगर इस बार का मतदान पिछले मत प्रतिशत से 8 से 10 फीसदी ज्यादा हो जाता है, तो मध्य प्रदेश देशभर में सबसे ज्यादा मतदान का प्रतिशत हासिल कर लेगा।
प्रदेश के तीन चरण में अब चक इतना मतदान
जैसा कि, हमने आपको पहले ही बताया कि प्रदेश का तौथे और अंतिम चरण का मतदान है। इससे पहले तीन चरणों में हुए 21 सीटों पर मतदान में जमकर वोटिंग की हुई। आयोग के आंकड़ो के मुताबिक, प्रदेश की अब तक तीनों चरणों में 69.26 प्रतिशत मतदान हुआ है। प्रदेश में पहले चरण में 74.82 फीसदी मतदान हुआ। दूसरे चरण में फीसदी मतदान हुआ, तीसरे चरण में 65.24 फीसदी मतदान हुआ था। कुल मिलाकर देखा जाए तो, साल 2014 के लोकसभा इलेक्शन के अनुसार देखा जाए तो अब तक इन सीटों पर हुए मतदान से 9.81 प्रतिशत अधिक है।
महिलाएं हैं मतदान बढ़ने की खास वजह
वोटिंग प्रतिशत बढ़ने का कारण बताते हुए चुनाव आयोग ने बताया कि, प्रदेश में बढ़े वोटिंग प्रतिशत बढ़ने का बड़ा कारण महिलाओं को माना है। इस बार के चुनाव में प्रदेशभर की महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भागीदारी निभाई। दूसरे चरण के चुनाव में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत 14.7 रहा। तीसरे चरण में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत पिछले चुनाव के मुकाबले 11.4 प्ज्यादा रही। रीवा संभाग में सबसे महिलाओं ने वोट डाले। अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक रही। बता दें कि, अब तक हुए 21 सीटों के मतदान में महिलाओं की वोटिंग पिछले चुनाव की तुलना में 12 प्रतिशत बढ़कर 66 फीसदी रहा।