यहां जा पहुंचे है दाम
बात कें मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पेट्रोल के दामों की तो यहां 12 पैसे प्रति लीटर की बढ़त लेने के बाद पेट्रोल के दाम 86.24 पैसे जा पहुंचा है। वहीं, डीजल के दामों में 11 पैसे प्रति लीटर की दर से बढ़त हुई है, जिसके बाद अब डीज़ल के दाम 76.50 रुपए प्रति लीटर पर जा पहुंचा है।
देश में पेट्रोल के दाम
वहीं अगर बात करें राजधानी दिल्ली की तो यहां पेट्रोल की कीमत इसी बढ़ोतरी के बाद 80.50 रुपए प्रति लीटर जा पहुंची है। वहीं, डीजल के दाम भी 72.62 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं। मुंबई में पेट्रोल अब 87.89 रुपए और डीजल 77.09 रुपए प्रति लीटर मिल रहे हैं। इससे पहले पेट्रोल और डीजल की कीमतें रविवार को एक बार फिर अपनी चरम उूंचाई पर जा पहुंची हैं।
यह है इज़ाफे का कारण
बताया जा रहा है कि, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आए इतने जबदस्त इजाफे का बड़ा कारण रुपये में आई कमज़ोरी के कारण हुआ है। बता दें कि,डॉलर के मुकाबले रुपये का स्तर 72 रुपए पार कर चुका है। गिरावट के चलते ही तेल कंपनियां रोज़ाना कीमतों में बढ़ोतरी कर रही हैं। कंपनियां डॉलर में तेल का भुगतान करती हैं, जिसकी वजह उन्हें अपना मार्जिन पूरा करने के लिए तेल की कीमतों में इज़ाफा करना पड़ रहा है।
सरकार का राहत से इंकार
देशभर में पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। वहीं,मध्य प्रदेश में इनके दाम रिकॉर्ड स्तर पर हैं। इसके पीछे का कारण यह है कि, प्रदेश सरकार पेट्रोल-डीज़ल के दामों पर सबसे ज्यादा टेक्स वसूल रहे हैं। राज्य के विपक्षी दल और जनता कई बार इसका विरोध भी कर चुकी है। लेकिन राज्य सरकार इसपर किसी तरह की राहत देने के मूड में नहीं है। पिछले दिनो प्रदेश के वित्तमंत्री जयंत मलैय्या इस बात को साफ तौर पर कह चुके हैं कि, राज्य सरकार फिलहाल, कोई राहत देने की स्थिति में नहीं है, मलैय्या ने कहा कि, अगर कैन्द्र सरकार चाहे तो इसपर टैक्स कम कर सकती है या चाहे तो इसे जीएसटी के दायरे में ला सकती है, हम इसका समर्थन करेंगे।
कांग्रेस करेगी भारत बंद
इसी के चलते कांग्रेस ने आगामी 10 सितंबर को भारत बंद बुलाया है। लेकिन जनता को किसी तरह की परेशानी ना हो इसलिए भारत बंद के ज़रिए कांग्रेस ने यह आंदोलन सुबह 9 बजे से दिन में 3 बजे तक जारी रखने का फैसला लिया है। पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार बढ़ोतरी का विरोध करते हुए भाजपा सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस की ओर से आहूत ‘भारत बंद’ को विपक्ष की कुल 18 छोटी-बड़ी पार्टियों ने समर्थन दे दिया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, ‘भारत बंद’ के लिए समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, जनता दल एस, राष्ट्रीय लोक दल, झारखंड मुक्ति मोर्चा समेत और भी कई दल समर्थन दिया है।
एमपी में इन्होंने की बंद की अपील
व्यापारियों से बंद की अपील करने के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह शनिवार को राजधानी के चौक बाजार जाकर लोगों से पेट्रोल-डीजल, जीएसटी, नोटबंदी समेत महंगाई के मुद्दे पर बात करते हुए व्यापारियों से 10 सितंबर को बाजार बंद रखने की अपील की। दिग्विजय सिंह ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि सरकार 2014 में लागू सेंट्रल एक्साइड ड्यूटी और वैट टैक्स लगाती है तो पेट्रोल और डीजल के दामों में सत्रह रुपए से लेकर बीस रुपए तक की कमी आ सकती है। दिग्विजय ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी से इस्तीफे की मांग भी की। वहीं, इंदौर में बंद को प्रमुख व्यापारिक संगठनों का समर्थन भी मिला गया है। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने कहा कि,सरकार की नीयत इसी से पता चलती है कि भारत कच्चा तेल आयात करने के बाद उसे प्रोसेस कर अन्य देशों को पेट्रोल 37 रुपए और डीजल 34 रुपए प्रति लीटर के दाम पर निर्यात कर रही है, जबकि देश में 85 रुपए लीटर से ज्यादा में बेचा जा रहा है।