भोपाल की मध्य विधानसभा से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मसूद पर प्रशासन ने शिकंजा गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। उनके खानूगांव स्थित तालाब के कैचमेंट एरिया में बने कालेज के अवैध हिस्से को तोड़ दिया गया। दो दिन पहले पुलिस ने विधायक आरिफ मसूद समेत 7 के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले में एफआईआर की। इसके अगले ही दिन प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी।
इससे पहले गुरुवार सुबह खानूगांव में निगम अमला और पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था। विरोध को देखते हुए 200 से अधिक पुलिस अधिकारी और निगम अमला तैनात किया गया था। डीआईजी इरशाद वली के मुताबिक अतिक्रमण के खिलाफ खानूगांव में कार्रवाई की गई।
समर्थकों ने किया विरोध कांग्रेस विधायक के कालेज को तोड़ने की खबर लगते ही उनके समर्थक पहले ही खानूगांव पहुंच गए थे। वे नारेबाजी कर प्रशासन का विरोध करने लगे। इस मौके पर भारी पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया था। यहां विरोध करने पहुंचे विधायक के समर्थकों ने इसे शिवराज सरकार का तानाशाही रवैया बताया है। काफी देर तक समर्थकों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
एक दिन पहले हुई थी विधायक पर एफआईआर
भोपाल की मध्य विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद बगैर अनुमति भीड़ एकत्रित कर इकबाल मैदान में फ्रांस का झंडा और वहां के राष्ट्रपति का पुतला जलाने का आरोप है। विधायक ने अपने भाषण में कहा था कि केंद्र और राज्य की हिन्दूवादी सरकार के मंत्री भी फ्रांस के कृत्य का समर्थन कर रहे हैं। हम फ्रांस के साथ हिन्दुस्तान की सरकार को भी चेतावनी देते हैं कि यदि सरकार ने फ्रांस का विरोध नहीं किया तो हम हिन्दुस्तान में ईंट से ईंट बजा देंगे। इस मामले में पुलिस ने धारा 144 और धार्मिक भावनाएं भड़काने की धाराओं में विधायक समेत 7 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।