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भोपाल

न्यूक्लियर और केमिकल अटैक से बचने के लिए यहां बन रहा है देश का पहला ट्रेनिंग सेंटर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर मध्यप्रदेश में एक ऐसा सेंटर तैयार हो रहा है, जिसमें रायासनिक हमलों, परमाणु हमलों और आपदाओं से निपटने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी।

भोपालJun 05, 2019 / 07:37 pm

Manish Gite

pm modi

न्यूक्लियर और रायासनिक हमलों से बचने के लिए यहां बन रहा है देश का पहला ट्रेनिंग सेंटर

 


भोपाल। सीमा पार से जैविक, रासायनिक और परमाणु हमले से बचने के लिए भारत सरकार इसके बचाव की ट्रेनिंग भी देगी। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर ही इस सेंटर के लिए मध्यप्रदेश को चुना गया है।

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में जल्द ही जैविक, रेडियो विकिरण, परमाणु और विस्फोटक हमलों समेत आपदाओं से बचाव की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर चिकित्सा प्रबंधन का एक पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स जुलाई 2019 में शुरू हो रहा है। यह कोर्स भोपाल के एम्स ( अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ) शुरू होने जा रहा है।

 

भोपाल एम्स के निदेशक प्रोफेसर सरमन सिंह के मुताबिक सीमा पार से होने वाले सीबीआरएनई हमलों अथवा आपदाओं से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM NARENDRA MODI) की पहल पर चिकित्सा प्रबंधन का एक पीजी कोर्स जुलाई से शुरू हो रहा है। यह कोर्स 6 माह का होगा। इस कोर्स में 12 डाक्टरों को प्रवेश मिल सकेगा। सिंह का दावा है कि यह कोर्स शुरू करने वाला aiims Bhopal पहला संस्थान होगा। यही कोर्स जोधपुर और दिल्ली के एम्स में भी शुरू किया जाएगा।

 

इनके सहयोग से शुरू होगा कोर्स
एम्स डायरेक्टर के मुताबिक यह कोर्स इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (ignou), इंस्टीट्यूट आफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड अलाइड साइंस ( inmas ) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ( drdo ) के सहयोग से चलाया जाएगा। इस कोर्स के जरिए ट्रेनिंग लेने वाले डाक्टर्स देशभर में सीबीआरएनई हमलों या आपदाओं के समय समाज की मदद कर पाएंगे।

 

यह भी है खास
-एम्स भोपाल में हाई रिस्क वायरस की जांच के लिए रीजनल वायरॉलजी लैब शुरू हुई।
-इससे जीका वायरस और स्वाइन फ्लू के वायरस की जांच होगी।
-एम्स भोपाल में कैंसर के इलाज के लिए भी सेंटर बनेगा।
-एम्स भोपाल की कुल 960 बेड की क्षमता के मुकाबले 600 बेड की क्षमता हासिल कर ली गई है।
-16 बेड की क्षमता वाला एमडीआर टीबी वॉर्ड और लैब जल्द ही शुरू होने हो जाएगा।

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