यह चौथी लहर एक नए वेरिएंट के साथ आ रही है, जिसे Omicron XE Variant कहा जा रहा है। इस वेरिएंट की पुष्टि होने के साथ ही तमाम हेल्थ एजेंसी और एक्सपर्ट्स की चिंता भी बढ़ गई है। वहीं देश में जीनोम सिक्वेंसिंग को मॉनिटर करने वाली संस्था INSACOG ने XE वेरिएंट मिलने की पुष्टि करते हुए कहा है कि भारत में कोरोना का XE वेरिएंट आ चुका है। जो कि ओमिक्रॉन वेरिएंट का सब वेरिएंट है, लेकिन ये वाला कोरोना दूसरे वेरिएंट के मुकाबले 10 गुणा तेजी से फैलता है। जो ज्यादा संक्रामक है।
मध्यप्रदेश में आए नए केस
चंद दिनों में ही कोरोना के मध्यप्रदेश में 216 केस सामने आ चुके हैं, वर्तमान में इंदौर शहर में सबसे अधिक 53 केस बताए जा रहे हैं। वहीं मध्यप्रदेश के करीब 20 जिलों में कोरोना ने फैलना शुरु कर दिया है, इसमें 53 केस के साथ कोरोना का हॉट स्पॉट इंदौर बना हुआ है।
इसके अलावा प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी भोपाल में 42, ग्वालियर में 35, मुरैना में 31, शिवपुरी में 10, टीकमगढ़ में 9, जबलपुर में 7, दतिया में 4, रायसेन, सागर में 3-3, हरदा, राजगढ़, उज्जैन में 2-2 सहित बालाघाट, बैतूल, झाबुआ, कटनी, खंडवा और नीमच में 1-1 एक्टिव केस हैं।
नए वेरिएंट को ऐसे समझें
XE वेरिएंट के लक्षण कुछ अजीब तरह के हैं, जिसके चलते संक्रमित होने के बाद भी मरीज को कुछ पता नहीं चलता। यह वेरिएंट आरटीपीसीआर जांच को तक बायपास करने या धोखा देने में सक्षम है। पेट दर्द, उल्टी से लेकर सिरदर्द भी इसके लक्षणों में शामिल हैं।
वहीं स्वास्थ्य संगठन के अनुसार XE के म्यूटेशन को ओमिक्रॉन वेरिएंट की तरह ही ट्रैक किया जा रहा है। फिलहाल XE में कोई खतरनाक या नया लक्षण नहीं देखा गया है। इस वायरस से संक्रमित होने पर बुखार, गले में खरास, खांसी, जुकाम, नाक बहना, शरीर दर्द, सिरदर्द, त्वचा में जलन और पेट दर्द या डायरिया की शिकायत हो सकती है।
वहीं एक्सपर्ट ने चेतावनी देते हैं कि एक नया सब वेरिएंट होने के चलते आगे स्थिति बदल भी सकती है। बताया गया है कि ओमिक्रॉन के XE वेरिएंट के म्यूटेशन में बदलाव के चलते यह मजबूत इम्यूनिटी से बच निकलता है। इसकी संक्रामकता भी पहले से ज्यादा बढ़ी है। कोरोना की पहली, दूसरी या तीसरी लहर की चपेट में आए लोगों में यह री-इंफेक्शन का खतरा बढ़ा सकता है।
देश के इन शहरों में मिल चुका है XE वेरिएंट
जानकारी के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के XE वेरिएंट का पहला केस मुंबई में मिला। जबकि एक और मामला गुजरात से सामने आया था। तब बताया गया था कि जिस 50 वर्षीय महिला में XE वेरिएंट की पुष्टि हुई थी, उसने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई थी। बावजूद वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई। ऐसे में सर्वाधिक चिंता की बात यह है कि कोरोना वैक्सीन की प्रतिरक्षा को भी XE वेरिएंट चकमा दे रहा है। इसलिए हमेशा सतर्क रहें और सुरक्षित रहें।
ऐसे रखें अपना ख्याल
कोरोना के एक बार फिर फैलाव से बचने के लिए अलर्ट रहना जरूरी है, क्योंकि सारे प्रतिबंध हटने के साथ ही लोग बेखौफ हो गए हैं, माना जा रहा है कि यहीं कारण है कि एक बार फिर कोरोना संकट मंडराने लगा है।
ज्ञात हो कि तीसरी लहर पहले की दो लहरों की अपेक्षा कमजोर रही थी, इसका कारण यह भी माना जाता है कि हर किसी को इस दौरान मास्क पहनना, सोशल डिस्टेसिंग आदि की आदत पड़ चुकी थी, साथ ही लोग भीड़ भाड़ वाली जगहों से भी दूर रहते थे। लेकिन स्थितियां सामान्य होते ही राज्य सरकार ने सारे प्रतिबंध हटा लिए, ऐसे में लोग बेखौफ होकर सारे हदें पार करने लगे, और एतिहात बरतना भी छोड़ दिए।
सेनेटाईजर के उपयोग सहित लोगो ने अब तो खाने पीने से पहले साबुन से हाथ धोना तक छोड़ दिया है, इसके अलावा मास्क को भी लोगों ने खुद से दूर कर दिया है। ऐसे अनेक कारणों के चलते जानकारो के अनुसार कोरोना फिर से दस्तक देना शुरु कर चुका है। जानकारों का ये भी मानना है कि अभी पूरी तरह से बेखौफ न होकर थोड़ी सावधानी बरतना जरूरी है।
नए मामलों में आ सकती है अधिक तेजी
इससे पहले कोरोना वायरस के नए XE वेरिएंट की भारत में एंट्री की पुष्टि करते हुए संस्थान ने अपने वीकली बुलेटिन में दावा किया है कि इसका पहला केस 19 जनवरी 2022 को ब्रिटेन में मिला था। इसके बाद बेहद तेजी के साथ वहां संक्रमण फैला। वहीं अब भारत में कोरोना का XE वेरिएंट जैसा ज्यादा संक्रामक वेरिएंट मिलने से आने वाले दिनों में संक्रमण के नए मामलों में अधिक तेजी आ सकती है।
वहीं दूसरी ओर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि XE वेरिएंट ओमिक्रॉन के BA.1 और BA.2 से ही मिलकर बना है। BA.2 के मुकाबले XE वेरिएंट 10 गुणा संक्रामक है। इसके अतिरिक्त इंसाकोग (INSACOG) के साप्ताहिक बुलेटिन में बताया गया है कि भारत में अभी कोरोना वायरस संक्रमण के जो मामले सामने आ रहे हैं, उनमें ओमिक्रॉन (BA.2) ही ज्यादा प्रभावी है।
यह डोमिनेंट वेरिएंट है, जो दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में लगातार कोरोना संक्रमितों में मिल रहा है। XE वेरिएंट के बारे में हालांकि अबतक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि यह लोगों को ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है।
चौथी लहर आने का खतरा
भारत में ओमिक्रॉन के BA.2 वेरिएंट के कारण ही कोरोना की तीसरी लहर आई थी। जनवरी 2022 में जब कोरोना पीक पर था, तब साढ़े तीन लाख मामले दर्ज किए गए थे। BA.1 और BA.2 से मिलकर बने XE वेरिएंट के बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर XE वेरिएंट से कोरोना की चौथी लहर आती है, तो कोरोना संक्रमण के नए मामले बहुत तेजी से यथा 10 गुणा तेजी से बढ़ सकते हैं।
MP में 216 एक्टिव केस, 24 घंटे में नए 26 केस
मध्यप्रदेश में कोरोना के करीब 216 एक्टिव केस हैं, ये केस चंद दिनों पहले महज 40 से 50 थे, लेकिन जैसे-जैसे लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग से दूरी बनाई और शादियों में लोगों की संख्या में इजाफा हुआ, वैसे वैसे कोरोना के आंकड़ों में भी तेजी आती गई। फिलहाल सभी संक्रमितों का उपचार चल रहा है, वहीं डॉक्टरों का कहना है कि रिकवरी रेट भी अधिक होने के कारण चिंताजनक बात नहीं है, लेकिन जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज नहीं लगवाए हैं या फिर जिन्हें कई बीमारियां हैं, उन्हें अलर्ट रहना होगा।