दरअसल, मध्य प्रदेश पुलिस की नारकोटिक्स विंग ने पिछले दिनों ‘नशा विरोध’ एक कैलेंडर जारी किया था। यह कैलेंडर नशे के खिलाफ जागरुकता फैलाने के लिए प्रकाशित किए गए। वहीं इस कैलेंडर में आरएसएस प्रमुख और भाजपा अध्यक्ष की तस्वीरें और उनके संदेश की बात सामने आने पर बवाल मच गया है।
सूत्रों के मुताबिक वरुण कपूर के कैलैंडर की तस्वीरों को फेसबुक पर शेयर करने के बाद यह सारा बवाल शुरू हुआ है। उन्होंने कैलेंडर के हर महीने की फोटो फेसबुक पर पोस्ट की, जिसके बाद पुलिस के कैलेंडर में मोहन भागवत और अमित शाह के फोटो प्रकाशित होने का खुलासा हुआ।
कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर एमपी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए है। वहीं भाजपा इस मामले में बचाव की मुद्रा में नजर आ रही है, इस संबंध में वरुण कपूर से तमाम कोशिशों के बावजूद संपर्क नहीं हो सका।
कांग्रेस की ओर से विरोध करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी का कहना है कि यह चौंकाने वाला है कि पुलिस अधिकारी राजनीतिक दलों के काम कर रहे हैं। कैलेंडर यह स्पष्ट करता है कि पुलिस विभाग को भगवा बनाया गया है।
इसके अलावा इस मामले में कैलेंडर को लेकर वरिष्ठ आरटीआई कार्यकर्त्ता अजय दुबे ने आपत्ति जताई है, उन्होंने कहा है भाजपा नेताओं को खुश करने के लिए सार्वजनिक पैसा बर्बाद किया जा रहा है।
इधर मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने भी इस बात को लेकर काफी नाराज बताए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए।