उपचुनाव से पहले मध्यप्रदेश की राजनीति में सबकुछ ठीक नहीं है। क्योंकि पार्टी की ओर से बार-बार दावा किया जा रहा है कि भाजपा में सबकुछ कंट्रोल में है कोई डैमेट नहीं है। कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए नेताओं को तवज्जो मिलने से अब पार्टी के पुराने नेताओं में नाराजगी बढ़ रही है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र के ही गृह जिले से यह बगावत उठती नजर आ रही है। अपनी ही पार्टी पर उपेक्षा और अपमान महसूस कर रहे भाजपा नेता ने इस्तीफे की पेशकश की है। उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखकर यह पेशकश की है।
दतिया जिले का ताजा मामला है। जिले की सेवड़ा विधानसभा से पूर्व विधायक रामदयाल प्रभाकर (bjp former mla ramdayal prabhakar ) ने एक पत्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा (vd sharma) को लिखा है। जिसमें उन्होंने पार्टी में उपेक्षा और अपमान का आरोप लगाया है। प्रभाकर ने कहा है कि पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं। प्रभाकर ने पार्टी में तानाशाही होने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि वे उपेक्षा और अपमान महसूस कर रहे हैं।
प्रभाकर की चिट्ठी के बाद राजनीति गलियारों में चर्चा का माहौल गरम हो गया है। थोड़ी ही दिनों बाद प्रदेश में 25 सीटों पर उपचुनाव होने के कारण भाजपा में भी हड़कंप मचा हुआ है।