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यह भी खूबः कई घोटालों के आरोपी को फिर दे दी को-ऑपरेटिव विभाग की कमान

dr यह भी खूबः कई घोटालों के आरोपी को फिर दे दी को-ऑपरेटिव विभाग की कमान

भोपालFeb 07, 2019 / 09:23 am

Manish Gite

cooperative department mp

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भोपाल। मध्यप्रदेश में जिस विभाग में बड़े पैमाने पर घोटाले हुए, जिस अफसर पर घोटालों में लिप्त होने के आरोप लगे, उसी अफसर को कांग्रेस सरकार ने दोबारा से प्रभारी प्रबंध संचालक बना दिया है।

मध्यप्रदेश में बड़े-बड़े सहकारिता घोटाले में दागी रहे प्रदीप नीखरा को दोबारा मप्र राज्य सहकारी बैंक मर्यादित (अपैक्स बैंक) का प्रभारी प्रबंध संचालक (एमडी) बना दिया गया है।

 

मंत्री ने खुद दी सहमति
हाल ही में सहकारिता मंत्री डा. गोविंद सिंह ने 38 जिला सहकारिता बैंक के महाप्रबंधकों एवं विभागीय अधिकारियों से कहा था कि किसी भी प्रकार के घोटाले और गड़बड़ियों पर कार्रवाई के लिए तैयार रहें। सिंह ने सभी को चेताया था कि घोटाला करने वालों की अब खैर नहीं, लेकिन बैठक के बाद शाम को ही सहकारिता मंत्री ने पूर्व एमडी प्रदीप नीखरा को पुनः अपेक्स बैंक का एमडी बनाने की फाइल में सहमति दे दी। गौरतलब है कि नीखरा के अपेक्स बैंक में रहते हुए होशंगाबाद में 8 करोड़ का घोटाला हुआ। रीवा की डबोरा ब्रांच में 20 करोड़ का घोटाला शामिल हैं।

 

पहले से दर्ज हैं दर्जनभर मामले
अहम बात यह है कि नीखरा के खिलाफ एक दर्जन मामले अकेले EOW में दर्ज रह चुके हैं। नीखरा पर आवास संघ में महाप्रबंधक रहते हाउसिंग सोसायटी को फर्जी फाइनेंस कर घोटाला करने के आरोप लगे। उस समय घोटाले की रकम 50 करोड़ रुपए से ज्यादा आंकी गई।
-तत्कालीन प्रबंध निदेशक ने विभागीय जांच के बाद ईओडब्ल्यू में वर्ष 2003-04 में एफआईआर दर्ज करवाई और दस्तावेज के तौर पर करीब 500 फाइलें भी सौंपी।
-लोकायुक्त पुलिस ने विभागीय जांच के आधार पर नीखरा के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया था। जिसमें नीखरा ने भोपाल में डिप्टी रजिस्ट्रार सहकारिता रहते हुए कई हाउसिंग सोसायटी को 450 करोड़ रुपए का फायदा पहुंचाया था।

 

आरोप लगते रहे, पद बढ़ते गए
प्रदीप नीखरा के रसूख का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इतने आरोपों और घोटालों के बावजूद उन्हें बड़े पद मिलते रहे। आवास संघ में आरोप लगे तो भोपाल में डिप्टी रजिस्ट्रार सहकारिता की जिम्मेदारी मिल गई।

-हाउसिंग सोसायटी को फायदा पहुंचाने के आरोप लगे तो दूसरी जगहों पर पोस्टिंग हो गई।
-सागर में संयुक्त रजिस्ट्रार रहते पन्ना की एक हाउसिंग सोसायटी के खिलाफ गलत निर्णय ले लिया, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने दस हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया, लेकिन उसके बाद नीखरा को अपेक्स बैंक और भोपाल में संयुक्त रजिस्ट्रार की दोहरी जिम्मेदारी भी मिल गई।

 

इन्हें मिली नई जवाबदारी
आरसी घियाः
सरकार बदलने के बाद सहकारिता विभाग के अपर आयुक्त आरसी घिया को कार्यालय आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं पदस्थ किया गया है। इनके साथ ही उनके पास सचिव मप्र राज्य सहकारी निर्वाचन प्राधिकारी का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा।
प्रदीप नीखराः
प्रदीप नीखरा को प्रतिनियुक्ति पर प्रभारी प्रबंध संचालक मप्र राज्य सहकारी बैंक मर्यादित भोपाल में पदस्थ किया गया है।

आरके शर्माः
राज्य सहकारी बैंक मर्यादित में प्रतिनियुक्ति पर विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी रहे आरके शर्मा को राज्य सहकारी आवास संघ मर्यादित भोपाल में प्रबंध ससंचालक पदस्थ किया गया है। इसके साथ ही शर्मा के पासस राज्य सहकारी बीज उत्पादक एवं विपणन संघ के प्रबंध संचालक का अतिरिक्त प्रभार रहेगा।
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