राजगढ़ जिले में एक कैंप बनाया गया है जहां बजरंग दल के कार्यकर्ता आए हुए हैं। उन्हें सुबह और शाम को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके साथ ही उन्हें लाठियों से अपना बचाव या वार करने के गुर सिखाए जा रहे हैं।
नियमित शिविर है यह
शिविर पर विवाद होने पर बजरंग दल के जिला संयोजक देवी सिंह सोंधिया ने मीडिया को बताया कि यह एक नियमित शिविर है, जिसे हम हर साल आयोजित करते हैं। जिला संयोजक ने यह भी कहा कि ट्रेनिंग कैंप का मकसद राष्ट्र विरोधी ताकतों और लव जिहाद तत्वों से निपटना हमारा मकसद है।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण स्थल पर निशानेबाजी, जूडो, कराटे के गुर सिखाए जा रहे हैं। इसके अलावा लाठियां चलाने की तकनीक बताई जा रही है। साथ ही निशानेबाजी बंकर में छुपकर निशानेबाजी सिखाई जा रही है।
-दल के पदाधिकारी ने यह भी कहा कि यह हमारे लिए कोई नई बात नहीं है, ये हमारे कार्यकर्ताओं का रुटीन प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो हर साल आयोजित किया जाता है। इस ट्रेनिंग कैंप में तहसील स्तर के कार्यकर्ता शामिल हुए हैं।
इससे पहले भी बजरंग दल की ओर से अपने सदस्यों को ट्रेनिंग के मामले सामने आ चुके हैं। 2016 में भी दल ने अयोध्या में एक ट्रेनिंग कैंप लगाया था, जिसमें कार्यकर्ताओं को रायफल, तलवार और लाठियां चलाने की ट्रेनिंग दी गई थी। उस समय भी यह खबर सुर्खियों में रही थी।
मध्यप्रदेश में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में राजगढ़ जिले में चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर पर बवाल मच गया है। कांग्रेस ने इस मामले पर बीजेपी सरकार पर भी सवाल उठाए हैं। पता लगते हैं कांग्रेस के दिग्गज नेता भी मुखर हो गए हैं। हाल ही में समन्वय समिति के चेयरमैन एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट कर पूछा है कि क्या मध्यप्रदेश सरकार ने इसकी स्वीकृति दी है। क्या मध्यप्रदेश के डीजीपी या राजगढ़ की एसपी को इसकी जानकारी है।
इधर, दिग्विजय सिंह के बेटे गुना से विधायक जयवर्धन सिंह ने भी बजरंग दके शिविर पर ट्वीटर पर हमला बोला है। सिंह ने लिखा है कि आश्चर्य की बात है कि मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में बजरंग दल राष्ट्रवाद के नाम पर युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहा है। जब देश की सेना आज़ादी से अब तक हिन्दुस्तान की रक्षा कर रही है, तो ऐसे हिंसक कार्यक्रम का औचित्य क्या है।
इधर, राजनीति गर्माने पर बजरंग दल ने भी कांग्रेस के उठाए गए सवालों पर सफाई दी है।
भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने मीडिया से कहा कि अपनी सुरक्षा के लिए कोई भी शिविर आयोजित कर सकता है।