याद्दाश्त और एकाग्रता
याद्दाश्त और एकाग्रता बढ़ाने के लिए यह औषधि बहुत लाभकारी होती है। इसमें पाए जाने वाले ऑर्गेनिक कंपाउंड संज्ञानात्मक क्षमता बढ़ाते हैं। यह औषधि डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियों का रिस्क भी कम करती है। रिसर्च के अनुसार यह ब्रेन में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को दूर करने में भी
उपयोगी है।
श्वसन तंत्र के लिए
श्वास संबंधी समस्याओं को दूर करने में ब्राह्मी औषधि को उपयोगी माना गया है। ब्रोंकाइटिस, कोल्ड चेस्ट और ब्लॉक साइनस जैसी समस्याओं को दूर करने में इस आयुर्वेदिक औषधि को उपयोगी माना गया है। इसके अलावा कफ संबंधी तकलीफों को कम कर गले का इंफ्लेमेशन भी दूर होता है।
इम्यूनिटी बूस्टर
ब्राह्मी से आप अपनी शारीरिक रोग-प्रतिरोधकता बढ़ा सकते हैं। बताया जाता है कि इसमें पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट और एंटी ऑक्सीडेंट्स कई तरह के वायरस और बैक्टीरिया से शरीर की रक्षा करने का काम करते हैं। इसके अलावा रक्त शर्करा को नियमित करने में भी यह औषधि काफी फायदेमंद मानी जाती है।
त्वचा की देखभाग के लिए
त्वचा संबंधी परेशानियों को कम करने के लिए भी इस औषधि का उपयोग किया जा सकता है। प्रभावित हिस्सों या घाव भरने के लिए ब्राह्मी का रस या फिर इसका तेल लगाने से लाभ मिलेगा।
एंजाइटी एवं स्ट्रोक
यदि तनाव और एंजाइटी को दूर करना चाहते हैं तो ब्राह्मी पौधे की एक बार में दो-तीन पत्तियां चबाने से आराम मिलेगा। इसमें पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट, हार्मोंस को बैलेंस कर दिमाग पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं एवं तनाव बढ़ाने वाले हार्मोंस का स्तर कम करते हैं। दिमाग शांत होता है। इस तरह आप एंजाइटी और तनाव दूर करने वाली दवाइयों के दुष्प्रभाव से बचेंगे।
एंटी इंफ्लेमेशन
इंफ्लेमेशन संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी ब्राह्मी औषधि को उपयोगी माना गया है। इस औषधि में पाए जाने वाले तत्व सूजन एवं जलन को दूर करने में असरदार होते हैं। इस तरह पूरे शरीर में से इंफ्लेमेशन को दूर करने में इस औषधि को लाभकारी माना जाता है।