इंदौर हाईकोर्ट ने अभी 6 सप्ताह में सर्वे पूरा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। अभी कई जगहों पर खुदाई की जानी है जिसके कारण एएसआई समयावधि बढ़ाने की मांग कर सकती है। सर्वे टीम खुदाई में मिले अवशेषों को सुरक्षित करते जा रही है।
सर्वे टीम भोजशाला के पिछले हिस्से में नींव की खुदाई कर रही है। शनिवार से इसकी शुरूआत हुई। यहां कई फीट गहराई तक खुदाई की जा चुकी है। हालांकि अब नींव की बीम मिलने की बात सामने आई है।
भोजशाला के उत्तरी हिस्से में भी कुछ पॉइंट को चिह्नित कर टीम ने खुदाई की है। इसमें कई अवशेष मिले हैं जोकि पुरानी समय में हुई टूट-फूट के हो सकते हैं। इन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एएसआइ ने कवायद शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि इनमें मूर्तियों से जुड़े अवशेष हो सकते हैं। एएसआइ फिलहाल जांच संबंधित कोई भी जानकारी देने से स्पष्ट इंकार कर रही है।
हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा शुरु से ही लगातार दावा कर रहे हैं कि सर्वे में मंदिर होने के स्पष्ट प्रमाण मिल रहे हैं। सर्वे के बाद इस इमारत के सनातनी होने की बात कोर्ट में भी साबित हो जाएगी।
कहा जा रहा है कि भोजशाला के पिछले हिस्से में सर्वे टीम ने जीपीआर की मदद से कुछ स्थानों पर स्कैनिंग की थी। खुदाई में कई पुरातन अवशेष सामने आए। विशेषज्ञों का मानना है कि नींव से ही संरक्षित इमारत की वस्तुस्थिति पता चल पाएगी।