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भोपाल

दो माह में एम्स में शुरू होंगी कई सुविधाएं, इन्हें मिल सकेगा लाभ

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में आने वाले मरीजों को दो माह में नई सुविधाएं मिलने लगेंगी।

भोपालOct 27, 2017 / 11:02 am

sanjana kumar

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भोपाल। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में आने वाले मरीजों को दो माह में नई सुविधाएं मिलने लगेंगी। यहां कैंसर के मरीजों के लिए रेडियोथैरेपी और हार्ट के मरीजों के ऑपरेशन शुरू हो जाएंगे। इसके लिए जरूरी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। केन्द्र सरकार से मंजूरी मिलते ही यह सुविधा मरीजों के लिए शुरू हो जाएगी। एम्स प्रबंधन के मुताबिक सबसे पहले ट्रॉमा और इमरजेंसी सेवा शुरू की जाएगी। इससे एम्स में 24 घंटे उपचार मिल सकेगा। यहां लेवल ए वन ट्रॉमा सेंटर बनाया जा रहा है। प्रदेश में अभी ऐसा एक भी सेंटर नहीं है। यह ट्रॉमा सेंटर सबसे अच्छा माना जाता है। एम्स के डायरेक्टर डॉ. नितिन एम. नागरकर ने कहा कि ट्रॉमा एंड इमरजेंसी यूनिट के लिए जगह तैयार है। सीटी स्कैन, एमआरआई, सोनोग्राफी व एक्स-रे मशीनें लग चुकी हैं।

बंकर तैयार, प्रस्ताव मुंबई भेजा: इधर, रेडियोथैरेपी यूनिट के लिए जरूरी बंकर तैयार हो चुके हैं और मंजूरी के लिए एम्स प्रबंधन ने एटॉमिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड को पत्र लिखा है। एम्स में यह सुविधा मुफ्त मिलेगी। जबकि, बाजार में इस सुविधा के लिए दो लाख रुपए तक खर्च करने होते हैं।

15 करोड़ की मशीनें
बंकर को अनुमति मिलते ही यहां 15 करोड़ का लीनियर एक्सीलरेटर लगाया जाएगा। अभी शहर के किसी भी सरकारी अस्पताल में इस मशीन का उपयोग नहीं होता है। हमीदिया में रेडियोथैरेपी के लिए कोबॉल्ट मशीन का उपयोग किया जाता है, जो करीब 35 साल पुरानी है। लीनियर एक्सेलरेटर रेडियोथैरेपी देने की अत्याधुनिक तकनीक है।

इसमें सिर्फ कैंसर वाली कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है, साधारण कोशिकाओं को कोई नुकसान नहीं होता। इसके अलावा सिकाई के लिए ब्रेकी थैरेपी मशीन भी आ चुकी। इससे मरीज को काफी नजदीक से रेडियोथैरेपी दी जाती है।

कार्निया ट्रांसप्लांट भी जल्द
एम्स में जल्द ही ट्रांसप्लांट भी शुरू किया जाएगा। हालांकि, इसकी शुरुआत कॉर्निया ट्रांसप्लांट से की जाएगी। इसके बाद ऑर्गन ट्रांसप्लांट भी शुरू होगा। एम्स प्रबंधन के मुताबिक मोतियाबिंद के ऑपरेशन अगले महीने से शुरू हो जाएंगे। कुछ उपकरणों की जरूरत है जो आने वाले हैं।

* एम्स में कई विभाग शुरू हो चुके हैं। नए विभागों के लिए काम चल रहा है। दो माह में कई नई सुविधाओं को मरीजों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
-डॉ. नितिन एम. नागरकर, निदेशक एम्स

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