मध्यप्रदेश के भोपाल में हर साल भुजरिया पर्व पर ‘किन्नरों का उत्सव’ मनाया जाता है। इसे ट्रांसजेंडर कार्निवाल भी कहा जाता है। प्राचीन परंपरा के मुताबिक भोपाल के किन्नर यह जुलूस निकालते हैं। किंवदंती है कि राजाभोज के शासन में जब सूखा और अकाल पड़ा तो ज्योतिषियों ने अकाल से मुक्ति पाने के लिए राजाभोज से किन्नरों के जरिए भुजरिया पर्व मनाने का आग्रह किया था। मंदिरों और मस्जिदों में बारिश के लिए दुआ की थी और भुजरिया पर्व बनाया था। उनकी दुआ रंग लाई और भरपूर बारिश हुई थी। तभी यह परंपरा चली आ रही है, जो आज भी जारी है।
तालाब में विसर्जित होते हैं भुजरिया
शहर के बुधवारा किन्नर घराने से यह कारवां शुरू होता है और शहर के तालाब के पास मंदिर पर पहुंचता है। इस दौरान यह किन्नर धूमधाम से शहर की सड़कों पर सारंगी और ढोलक की थाप पर मंगल गीत गाते हैं और झूमते हैं। इनकी अदा देखने के लिए राजधानी में बड़ी संख्या में लोग उमड़ते है।
बुधवार को भुजरिया पर्व के अवसर पर जब किन्नर नाचते-गाते भोपाल की सड़कों पर निकले तो उन्हें देखने के लिए लोगों का हुजुम एकत्र हो गया। कोई सनी लियोनी, कटरीना कैफ , करीना कपूर , तो कोई सोनाक्षी सिन्हा के गेटअप में था। जुलूस मंगलवारा, बुधवारा, तलैया, चौक बाजार, पीरगेट, रायल मार्केट होते हुए पुराने भोपाल के अनेक इलाकों से गुजरता है। इस दौरान भीड़ इतनी उमड़ती है कि पुलिस को नियंत्रण करने के लिए आगे आना पड़ता है।
परंपरागत शैली के पहनावे के साथ-साथ अब आधुनिकता का रंग भी इस पर चढ़ गया है। जहां एक और साड़ी दिखती है वहीं दूसरी तरफ़ पाश्चात्य शैली के ड्रेसेस भी नजर आते हैं। फैशन का रंग किन्नरों पर भी साफ़ नज़र आने लगा है। अब वे मोबाइल और लेपटाप पर भी काम करते नजर आती हैं।
नकली किन्नरों से परेशानी
नवाबों के दौर से रहने वाले किन्नर अब नकली किन्नरों से परेशान हो रहे हैं। मंगलवारा की निक्की नेपालन ने बताया कि मंगलवारा क्षेत्र में रहने वाले किन्नर सदियों से नेग मांगकर अपना पेट भरने का काम कर रहे हैं। ऐसे में नकली किन्नरों ने ट्रेनों में घरों में या शादी-ब्याह में पहुंचकर माहौल बिगाड़ा है।