अब संभावना जताई जा रही है कि एक-दो दिन में पार्टी इंदौर से कौन चुनाव लड़ेगा, उनके नामों का भी ऐलान कर देगी. लेकिन सवाल उठता है कि आखिर पार्टी इंदौर सीट को लेकर इतना इंतजार क्यों कर रही है, आखिर कहां पेंच फंसा हुआ है?
कहां फंसा हुआ है पेंच ? दरअसल, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के चुनाव नहीं लड़ने के बाद भाजपा को प्रत्याशी चुनने में पसीना आ रहा है. भाजपा ने इंदौर छोड़कर सभी सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. लेकिन इंदौर पर अब भी पेंच फंसा हुआ है.
स्थानीय नेताओं का विरोध बनी वजह! सूत्र बताते हैं कि सुमित्रा महाजन इस सीट से अपने किसी करीबी को टिकट दिलाना चाहती है. उन्होंने बकायादा शंकर लालवानी के नाम को भी आगे बढ़ाया था. शंकर लालवानी पर केंद्रीय संगठन राजी भी हो गया था लेकिन इंदौर के कुछ स्थानीय नेताओं ने उनके नाम का विरोध कर दिया, जिस कारण वहां पेंच फंस गया. अब संभावान जताई जा रही है कि पार्टी एक-दो दिन में प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर देगी.
कौन हैं शंकर लालवानी? शंकर लालवानी इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष है. बताया जाता है कि वो लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के करीबी हैं. सुमित्रा महाजन उन्हें यहां से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़वाना चाहती है. फिलहाल इंदौर से सुमित्रा महाजन सांसद है.