पिछले साल हुए मंदसौर गोलीकांड में मारे गए किसानों की रिपोर्ट का इंतजार मध्यप्रदेश में किया जा रहा है। ऐसे में कृषि राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार का यह अजीबोगरीब बयान किसानों का गुस्सा और भड़का सकता है।
मंदसौर गोलीकांड में मारे गए छह किसानों की मौत की जांच आयोग कर रहा है। यह रिपोर्ट एक साल में भी नहीं आ पाई है। आयोग को तीन माह में रिपोर्ट देने को कहा गया था।
इस पर कृषि राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार का कहना है कि मंदसौर गोलीकांड में छह किसानों की मौत की जांच कर रहे न्यायिक आयोग की रिपोर्ट आने से मृत किसान जिंदा नहीं हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है और उसमें समय लगता है। यह एक दुर्घटना थी। जैसे भूकंप आ जाता है। उसमें किसी को दोष देना गलत है। उसकी गहराई से जांच हो रही है।
सत्ता में आने के लिए छटपटा रही है कांग्रेस
मंत्री ने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन के बारे में कहा कि एक जून से 10 जून तक यह किसानों का आंदोलन नहीं है, यह कांग्रेस का आंदोलन है। क्योंकि कांग्रेस सत्ता में आने के लिए छटपटा रही है। कांग्रेस पार्टी किसान, मजदूर और व्यापारियों के माध्यम से सत्ता में आने के प्रयास कर रही है।
पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
आत्महत्या किसानों की नहीं, पूरे विश्व की समस्या है
इससे कुछ दिन पहले भी श्रम एवं कृषि राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार ने किसान आत्महत्या पर विवादित बयान दिया था। छह दिनों में 6 किसानों के आत्महत्या पर उन्होंने कहा था कि किसान आत्महत्या करता है, तो वो ही इसका कारण जानता है न कि सरकार। यह बयान उन्होंने बड़वानी दौरे पर दिया था। उन्होंने कहा कि मैं इस मुद्दे को विधानसभा में उठाउंगा।
-जब मीडिया ने आत्महत्या के कारणों के बारे में पूछा तो पाटीदार ने कहा कि किसान आत्महत्या करता है तो उसका कारण वो खुद जानता है। हालांकि पाटीदार ने बात को संभालते हुए कहा कि सिर्फ किसान ही नहीं हर वर्ग के लोग आत्महत्या करते हैं, इस विषय पर सरकार क्या कर सकती है।
-इससे पहले इंदौर में भी पाटीदार ने किसानों की स्थिति और आत्महत्या पर कहा था कि आत्महत्या प्रदेश की नहीं, पूरे विश्व की समस्या है। आत्महत्या तो व्यापारी, पुलिस अधिकारी और अन्य लोग भी करते हैं।