जिला अस्पताल में गुरूवार को सुबह एक पक्ष के तीन-चार लोग पहुंच थे। उन्होंने बताया कि बाकी लोग देहात थाने में बैठे हैं। काफी देर तक अन्य घायलों के न आने के कारण अस्पताल में बैठे घायल भी उठकर वापस देहात थाने पहुंच गए।
गंभीर चोट आने के बावजूद काफी देर तक थाने में रहे। हालत यह थी कि दोपहर 3 बजे तक भी सारे घायल अस्पताल नहीं पहुंच पाए थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर किया है।
कलावती (50) पत्नी गजराम अहिरवार ने बताया कि बुधवार रात में करीब 10 बजे राजू यादव और बब्लू चिढ़ार गाड़ी से गुजर रहे थे। वे उनके खेत में से गाड़ी निकालने लगे तो उन्होंने रोका।
तब वे गाली-गलोंच करते हुए चले गए और गुरूवार को सुबह करीब 8 बजे कर 50-60 लोग पहुंचे और उन पर हमला कर दिया। तब सभी लोग अपने-अपने काम में लगे थे। इन लोगों ने आकर सभी से मारपीट करनी शुरू कर दी। किसी के हाथों में फरसे मारे किसी के साथ लाठियों से मारपीट की।
साथ ही घरों पर पत्थर भी फेंके और घर में घुसकर महिलाओं से भी मारपीट की। एक गर्भवती बहु अनीता बाई और उसके बच्चे को कमरे में बंद करके बचाया। मारपीट की इस घटना में कलावती के अलावा सिया बाई (70) पत्नी घासीराम, कपूरी बाई (40) पत्नी सोमसिंह, बुंदेलसिंह (38), रणवीर (19) पुत्र ऊधम, विष्णु केवट (24), रामवीर (26), गीता बाई (40) व सोमा (75) पुत्र बिहारी अहिरवार घायल हैं।
सोमा अहिरवार ने बताया कि गांव में उनका खेत है। जिस पर ये लोग रास्ता बनाना चाह रहे हैं।इनका रोका तो इन्होंने रात भर में तीन-चार गांव के लोगों को एकत्रित कर लिया। जिसमें चिढ़ार व यादव समाज के लोग थे।इनमें खानपुर, गता, बमुरिया के लोग आए थे।
दूसरे पक्ष से भी घायल
दूसरे पक्ष से भी कईलोग घायल हैं।इनमें रामस्वरूप चिढ़ार (50), हरिराम, श्रीराम, दुर्गेश, जयप्रसाद सहित तीन अन्य लोग भी घायल हैं।घायलों ने बताया कि काफी दिनों से वहां पर रास्ता था। दूसरे पक्ष ने रास्ता बंद कर खेती करनी शुरू कर दी।जिससे वहां से निकलने के लिए रास्ता नहीं बचा। इसी वजह से खेत में निकल रहे थे। उक्त लोगों ने विवाद व गाली गलौंच करनी शुरू कर दी और मारपीट भी की।