गौरतलब है फिल्म को लेकर उठे विरोध के चलते मध्यप्रदेश सरकार ने इसे बैन कर दिया था। अब फिल्म पद्मावत नाम से 25 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। इसके बावजूद मध्यप्रदेश और राजस्थान में बैन यथावत रहेगा।
छेड़छाड़ बर्दास्त नहीं की जाएगी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 20 नवंबर को फिल्म पद्मावती का विरोध होने पर बैन करने का ऐलान कर दिया था। चौहान ने कहा था कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हम लोग बचपन से पद्मावती के बारे में पढ़ते आ रहे हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने देश में सबसे पहले फिल्म को बैन किया था।
यह भी बोले थे मुख्यमंत्री
-मध्यप्रदेश में बनाया जाएगा रानी पद्मावती का स्मारक।
-सारी दुनिया को भारत ने वीरता का पाठ पढ़ाया।
-भारतीय में नारी हमेशा से ही पूज्यनीय रही है।
-भारतीय नारी का प्रतिबिंब थी रानी पद्मावती।
कई जिलों में हुए प्रदर्शन
मध्यप्रदेश के कई जिलों में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की ओर से फिल्म के विरोध में प्रदर्शन किए गए थे। सूचना संचार मंत्री को संबोधित ज्ञापन अभिषेक कार्निवाल के मैनेजर को सौंपा गया था। ज्ञापन में लिखा है कि समस्त राजपूत समाज व हिंदू संगठन निवेदन करते हैं कि फिल्म पद्मावती में निर्देशक संजय लीला भंसाली द्वारा रानी सती पदमिनी जी के इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। इससे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है। इधर राजपूत समाज ने इंदौर में भी जमकर प्रदर्शन कर अपना आक्रोश व्यक्त किया था।