उल्लेखनीय है कि आशाराम चौराहे से राजीव गांधी यूनिवर्सिटी और अब्बास नगर के मुख्य मार्ग पर फल-सब्जी से लेकर खानपान की अवैध रूप से दर्जनों दुकानें है। जिसके कारण इस चौराहे पर बड़ी संख्या में वाहनों के साथ खरीदारों के यहां रुकने से लग रहे जाम से खासी समस्या होती है। लगातार बढ़ते कब्जों को हटाने के लिए शनिवार को नगर निगम के अतिक्रमण अमले ने पांच लोडिंग वाहन व जेसीबी मशीन के साथ कार्रवाई कर सडक़ किनारे बनाए स्पॉट को ही नहीं तोड़ा, कई दुकानों को सामान भी जब्त कर लिया।
अयोध्या बायपास हाइवे एयरपोर्ट व गांधी नगर चौराहे तक बना हुआ है। जिससे इंदौर, जयपुर, गुना, विदिशा, सागर, बैरसियां, सिरोंज, रायसेन जाने वाले हाइवे सीधे जुड़ा हुआ है। इसी के लिए यह बायपास बनाया था। इसके रत्नागिरी चौराहे, अयोध्या नगर चौराहा, भानपुर चौराहा, करोद चौराहा तो व्यवसायिक रूप से विकसित हो चुका है। फुटकर दुकानें इस चौराहों पर लगने से यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। लोकल राजनीति के चलते यहां अतिक्रमण की कार्रवाई भी कम होती है। उसी तरह अब नई जेल से आशाराम चौराहा गांधी नगर के बीच तेजी से कॉलोनियां भी विकसित नहीं हो गई है। अतिक्रमण हटाने के बाद स्थाई जिम्मेदारी जब तक तय नहीं होगी। समाधान होता नजर नहीं आ रहा है।
लोगों ने तीन महिने पहले हुए कार्रवाई के बाद फिर से सडक़ किनारे स्थाई कब्जा करने के लिए चबूतरे विकसित कर लिए थे। जिसे नगर निगम तोड़ दिया गया थी। शनिवार को हुई कार्रवाई में फिर वहीं स्थिति देखने को मिली थी। जैसे-तैसे नगर निगम ने इन्हे प्रशासन की मांग पर हटा तो दिया,लेकिन उनकी सख्ती का असर नजर नहीं आ रहा है।
इनक कहना
यहां लोग कब्जे न कर सके, इसके लिए समय-समय पर कार्रवाई की जाती है। अभी हमने उनका स्टे्रक्चर जब्त किया है। दोबारा दुकानें नहीं लगाने की हिदायत दी है। कब्जा करने वाले नहीं माने तो अब पूरा सामान जब्त किया जाएगा।
महेश गौहर, अतिक्रमण अधिकारी, नगर निगम