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12 सितंबर तक करेगा नुकसान का आंकलन
केन्द्र सरकार की ओर नियुक्त की गई टीम की कमान संयुक्त सचिव आशुतोष अग्निहोत्री के हाथ में होगी, जो आज तय कार्यक्रम के अनुरूप मध्य प्रदेश पहुंचेंगे। अग्निहोत्री के नेतृत्व में काम करने वाले इस दल में कृषि, वित्त, जल-संसाधन, सड़क परिवहन और राजमार्ग और ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधिकारी शामिल होंगे। ये दल 3 दिन तक पूरे प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेगा और 12 सितंबर तक प्रदेश के हालातों के आधार पर एक रिपोर्ट लेकर दिल्ली लौट जाएगा।
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प्रदेश के इन इलाकों में दल करेगा निरीक्षण
केन्द्र सरकार की ओर से भेजा जाने वाला दल अध्ययन के लिए प्रदेश के अधिकतम बाढ़ प्रभावित जिले, जिनमें सीहोर, रायसेन, होशंगाबाद, हरदा और देवास जिले की चौपट हुई फसलों और अन्य नुकसान का आंकलन करेगा। अगस्त महीने के आखिर में प्रदेश में हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ और कई जगह बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए थे। खासतौर से भोपाल, होशंगाबाद और जबलपुर जिलों में बाढ़ के कारण किसानों की खरीफ फसल, घर और घरेलू सामान बर्बाद हो गया है। उस वक़्त बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हवाई निरीक्षण भी किया था और प्रभावितों को आश्वासन दिया था कि, सरकार उनके साथ है। नुकसान की पाई पाई की भरपाई की जाएगी।
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सीएम ने पीएम को दी थी जानकारी
सीएम शिवराज द्वारा प्रदेश में बाढ़ के कारण हुए नुकसान का आंकलन कर पहले ही प्रधानमंत्री मोदी को इस संबंध में जानकारी दे दी थी। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में पीएम मोदी से फोन पर बात की थी। उस वक्त प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश को हर संभव मदद मुहैय्या कराने का आश्वासन दिया था। अब केंद्रीय दल को मध्य प्रदेश में बाढ़ आपदा का आंकलन करने के लिए भेजा जा रहा है। केंद्रीय दल की रिपोर्ट के आधार पर ही मध्य प्रदेश को बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए केंद्र से मदद मिलेगी। अब देखना ये होगा कि, दल द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के नुकसान का आंकलन करने के बाद प्रभावितों के नुकसान की कितनी भरपाई हो पाती है।