कम्प्यूटर बाबा ने अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव से मुलाकात में बजट की मांग करते हुए कहा- जनसहयोग के साथ न्यास को खुद भी काम करने पड़ेंगे, इसलिए धन की जरूरत है। आध्यात्म विभाग के अपर मुख्य सचिव के साथ हुई बैठक में बाबा ने न्यास के पंजीयन और क्षिप्रा, मंदाकिनी और खान नदियों के संरक्षण की बात भी रखी है। इससे पहले कम्प्यूटर बाबा ने पौधरोपण पर भी सवाल खड़े किए थे। उनका कहना है कि नर्मदा नदी ( Narmada ) के सर्वे के दौरान उन्हें घाटों पर पौधे नहीं मिले थे।
इससे पहले कम्प्यूटर बाबा ने अवैध रेत खनन पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे की मांग की है। वहीं, अध्यात्म विभाग के मंत्री पीसी शर्मा को उन्होंने लेटर लिखकर कहा था कि उनके लिए मंत्रालय में कक्ष का आवंटन किया जाए। अध्यात्म विभाग ने कंप्यूटर बाबा के पत्र के संदर्भ में सोमवार को सामान्य प्रशासन विभाग को नोटशीट लिखी थी। जिसमें कंप्यूटर बाबा को मंत्रालय में कक्ष आवंटित करने को कहा गया था। मंत्री पीसी शर्मा ने कहा था- कंप्यूटर बाबा ने नर्मदा में अवैध रेत खनन को रोकने के लिए जिन संसाधनों की मांग की है उन्हें पूरा करने पर विचार किया जाएगा।
कंप्यूटर बाबा ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में प्रचार किया था। इस दौरान उन्होंने भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ( Digvijaya Singh ) के लिए प्रचार किया था और संतों को लेकर रोड शो भी किया था। इसके बाद सीएम कमल नाथ ( Kamal Nath ) ने लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें नर्मदा, क्षिप्रा एवं मंदाकिनी नदी न्यास के अध्यक्ष नियुक्त किया था।