बताया जा रहा है कि लाखन सिंह देसाई सोमवार रात को एक समारोह में शामिल होने आए थे। बरथरा ग्राम में आयोजित इस कार्यक्रम में उनका स्वास्थ्य अचानक बिगड़ गया। उन्हें तत्काल गोहद के सिविल अस्पताल लाया गया पर बचाया नहीं जा सका। देर रात करीब 2 बजे अस्पताल में ही उनकी सांसे थम गईं।
यह भी पढ़ें : Phalodi Satta Bazar – बीजेपी को टेंशन! जानिए एमपी में किसको कितनी सीटें दे रहा फलोदी का सट्टा बाजार भाई की मौत के बाद विधायक केशव देसाई ने सरकारी अस्पताल की अव्यवस्थाओं को जमकर कोसा। उन्होंने आरोप लगाया कि समय पर इलाज न मिलने की वजह से बड़े भाई की मौत हुई। विधायक ने बताया कि अस्पताल में 108 एंबुलेंस खड़ी थी पर भाई के लिए नहीं दी गई। बीएमओ को फोन लगाया गया लेकिन उन्होंने रिसीव ही नहीं किया। इतना ही नहीं, अस्पताल में देर रात ड्यूटी पर केवल एक ही डाक्टर मौजूद था। विधायक केशव देसाई ने यह भी कहा जब विधायक के साथ ऐसा सुलूक किया तो बेचारे आम लोगों के साथ क्या करते होंगे।
कांग्रेस विधायक केशव देसाई के बड़े भाई लाखन सिंह देसाई 64 साल के थे। विधायक देसाई का कहना है कि ब्लाक मेडिकल आफिसर और अन्य डाक्टर ग्वालियर में थे, अस्पताल में रात में ड्यूटी पर मात्र एक डाक्टर था। एंबुलेंस खड़ी थी लेकिन चालक नहीं था। इन सब कारणों से समय पर इलाज नही मिला जिसकी वजह से भाई ने दम तोड़ दिया।
इधर ब्लाक मेडिकल आफिसर वासुदेव सिकरिया ने बताया कि ड्यूटी पर मौजूद डा. आदेश शर्मा ने विधायक के भाई का चेकअप किया था। हृदय गति रुकने से अस्पताल पहुंचने से पहले ही विधायक के भाई का निधन हो गया था।