सीबीएसई के फॉर्मूले के आधार पर ही एमपी बोर्ड के 12वीं के रिजल्ट तैयार करने पर विचार किया जा रहा था, लेकिन उसके फॉर्मूले में प्रदेश सरकार को एक मुश्किल आ रही है। सीबीएसई ने 10वीं, 11वीं और 12वीं के प्री बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट को आधार बनाया है, लेकिन प्रदेश में पिछले वर्ष 11वीं की परीक्षा नहीं हुई थीं और 12वीं में प्रमोट कर दिया गया था, इसलिए 11वीं के परिणामों को आधार नहीं बनाया जा सकता ।
क्या है फॉर्मूला
60:40 के फॉर्मूले के तहत 10वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम, 12वीं के रिवीजन टेस्ट और छमाही परीक्षा के आधार पर 12वीं बोर्ड का रिजल्ट तैयार करने की योजना है। चूंकि 11वीं में कोरोना काल के कारण पिछले सत्र में भी परीक्षा नहीं हुईं, इसलिए उस वर्ष के नंबर नहीं जोड़े जाएंगे। 10वीं के अंकों को 60 फीसदी और 12वीं के रिवीजन टेस्ट और छमाही रिजल्ट को 40 ) फीसदी वेटेज दिया जाएगा।