लक्षण मिल रहे, लेकिन रिपोर्ट निगेटिव किसी भी बीमारी का उपचार टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर ही होता है लेकिन इस बार डेंगू का मिजाज कुछ अलग है। ज्यादातर मरीजों को डेंगू के लक्षण हैं, लेकिन ब्लड टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। इससे डॉक्टर्स भी परेशान हैं। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के उप संचालक डॉ. हिमांशु ने बताया कि कई बार डेंगू के साथ वायरल और चिकनगुनिया के लक्षण भी मरीज में आ जाते हैं, लेकिन ब्लड रिपोर्ट निगेटिव आई आती है। आज से तीन-चार साल पहले सिर्फ डेन वन सक्रिय था, लेकिन डेंगू के तीन टाइप सक्रिय होने से मरीजों में लक्षण आम हो गए हैं।
एंटीबायोटिक नहीं सिर्फ बचाव मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. आदर्श वाजपेयी बताते हैं कि डेंगू चार किस्म का होता है और वायरस के संक्रमण से फैलता है। डेंगू में तेज बुखार के साथ नाक बहना, खांसी, आखों में दर्द, जोड़ों के दर्द और त्वचा पर हल्के रैश हो जाते हैं। हालांकि कुछ लोगों में लाल और सफेद निशान के साथ पेट खराब, जी मिचलाना और उल्टी जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। यह वायरस से फैलने वाली बीमारी है, इसलिए इसकी कोई दवा या एंटीबायोटिक नहीं है। इसकी रोकथाम इसके लक्ष्णों का इलाज करके ही किया जाता है।
– मच्छरों के छुपने की जगह हटाएं – बारिश का पानी निकालने वाली नालियों, पुराने टायरों, बाल्टियों, प्लास्टिक कवर, खिलौनों और अन्य जगह पर पानी रुकने नही देना चाहिए। – फव्वारों, पक्षियों के बर्तनों, पौधों वाली ट्रे का पानी हफ्ते में एकबार बदलना जरूरी है।
– स्विमिंग पूल का पानी बदलते रहना चाहिए। – अस्थायी पूल को खाली कर देना चाहिए या उसे मिट्टी से भर देना चाहिए। – दीवारों, दरवाजों और खिड़कियों की दरारों को भर देना चाहिए।
– मच्छरदानी का इस्तेमाल करना अच्छा रहेगा। – लंबी बाजू की शर्ट, पैंट और मोजे पहनकर रहना चाहिए।