दिग्विजय सिंह ने कहा- मुझे दुख हुआ जब कुछ कांग्रेस नेताओं ने अनुच्छेद 370 हटाए जाने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता कहते हैं सीएए में क्या बुराई है। दिग्विजय सिंह ने कहा- जो कांग्रेस नेता ऐसी बातें करते हैं वे कांग्रेस की विचारधारा, नेहरू-गांधी के सिद्धांत और देश की संस्कृति को नहीं जानते। दिग्विजय सिंह ने कहा कि कुछ कांग्रेसी नेता फुसफुसाकर नागरिकता संशोधन का समर्थन कर रहे हैं।
दिग्विजय सिंह ने कहा सेवादल का गठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पहले हो गया था। मैं मानता हूं कि सभी विधायक, सांसद, महापौर, पार्षद समेत सभी जनप्रतिनिधियों को सेवादल का प्रशिक्षण करना अनिवार्य कर देना चाहिए। मेरा दावा है कि जो कांग्रेस नेता सेवादल का प्रशिक्षण लेगा वो किसी भी स्थिति में कांग्रेस को छोड़कर नहीं जाएगा। कांग्रेस को मजबूत करने की जरूरत है।
दिग्विजय सिंह ने कहा- आज स्थिति ये है कि हमारी यूथ विंग एनएसयूआई तक सड़क पर नहीं दिखती है। कांग्रेस चुनावी राजनीति के चलते विचारधारा से दूर होती जा रही है। दिग्विजय सिंह ने कहा- ट्रिपल तलाक पर मुस्लिम महिलाओं की चिंता जनक हैं। 20 लाख हिंदुओं ने पत्नी को छोड़ा उस पर भी कानून बनाओ।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि आरएसएस हिंदुत्व की बात करता है जबकि हिंदुत्व शब्द का किसी भी धर्म शास्त्र में कहीं कोई उल्लेख ही नहीं है। धर्म के नाम पर हिंदुत्व का कोई लेना देना नहीं है। हम आरएसएस का हिन्दूओं का संगठन नहीं मानते हैं। ये एक फासीवाद विचारधारा है। इसके बाद दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम वीर सावरकर के अंग्रेजों से माफी मांगने का विरोध करते हैं।