पुराना शहर में कोतवाली रोड पर जर्जर क्वार्टर आम लोगों के लिए परेशानी बन गए हैं। इनके मेंटनेंस को लेकर मामला दो विभागों में अटका है। जिसका खामियाजा आम लोग भुगत रहे हैं। रहवासियों ने बताया कि ये आवास पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के तहत आवास आते हैं। यहां कई कबाड़ वाहनों का ढेर भी लगा है। इन आवासों की लाइन खराब होने से सीवेज सड़क पर बह रहा है आम लोगों को दिक्कत हो रही है। नगर निगम के अधिकारी यहां सुधार करने से इंकार कर रहे हैं। उनके मुताबिक ये काम बोर्ड करेगा। जबकि बोर्ड ने इस ओर अब तक कोई ध्यान ही नहीं दिया। ये स्थिति उस समय है जब इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग रहते हैं।
एक पत्थर का मामले में उलझे थे चार विभाग
इससे कुछ समय पहले ही विभागों में समन्वय न होने का एक प्रकरण और सामने आ चुका है। ये मामला शाहजहांनाबाद स्थित तीन मोहरे का है। पत्थर के सुरंगनुमा इस पुल से एक पत्थर निकल गया थ। इसे लगाने की जिम्मेदारी को लेकर चार विभाग आपस में उलझ रहे थे। ऐतिहासिक होने के कारण पुरातत्व विभाग के पास जिम्मेदारी आई लेकिन उन्होंने इस जगह को पर्यटन निगम को सौंपने की बात कह पल्ला झाड़ लिया। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी विभाग ने भी सुधार से इंकार कर दिया। अंत में नगर निगम के जरिए ये काम कराया जा रहा है।
……. कोतवाली रोड से नगर निगम को इस मामले में शिकायत मिली थी। लेकिन ये भवन पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के अंडर में है। इस कारण नगर नगम वहां काम नहीं करा सकता। इन भवनों में सुधार और काम कराने की जिम्मेदारी कार्पोरेशन की है। यहां जितना हिस्सा नगर निगम के अंडर में था वहां पर हमने काम करा दिया है।
संजीव गुप्ता, जोन अध्यक्ष