इलेक्ट्रिक बसों का संचालन बढ़ने से वर्तमान में संचालित सीएनजी बसों का ऑपरेशन कॉस्ट घटकर आधे से भी कम हो जाएगा। वर्तमान में 200 सीएनजी बसों के संचालक पर प्रतिदिन तीन ऑपरेटर लगभग 11 लख रुपए खर्च कर रहे हैं। इसके मुकाबले 100 ई-बसों के संचालन पर यह लागत घटकर प्रतिदिन 3.30 लाख तक आ जाएगी।
ई बस की ये है खासियत
● 20 बसों से इसकी शुरुआत होगी। इसके बाद साल भर में मध्यप्रदेश में 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। ● भोपाल-इंदौर के यात्रियों के लिए एयरपोर्ट की तर्ज पर लाउंज बनाए जाएंगे। इसमें फूड एंड बेवरेज की भी सुविधा मिलेगी। ● इलेक्ट्रिक बस में एक किमी की दूरी तय करने में सवा यूनिट बिजली जलेगी, जिसकी लागत करीब 22 रुपए है। डीजल बसों में इसका खर्च 40 रुपए के आसपास आता है। ● एक बस साल भर में दो लाख किमी चलेगी और 5 हजार टन कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन रोकेगी।
● एक बार की चार्जिंग में बस 250 किमी चलेगी। इसके चार्जिंग स्टेशन भोपाल-इंदौर में होंगे।